कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ने के एक दिन बाद आज मानहानि शिकायत मामले में मुंबई की अदालत में पेश होंगे राहुल गांधी, मुंबई पहुंचे

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कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की औपचारिक घोषणा के एक दिन बाद राहुल गांधी आरएसएस कार्यकर्ता द्वारा उनके खिलाफ दायर मानहानि मामले के संबंध में गुरुवार की सुबह मुंबई की एक अदालत में पेश हो सकते हैं। यह मामला गांधी द्वारा पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को ‘बीजेपी-आरएसएस विचारधारा’ से कथित रूप से जोड़ने से संबंधित है। एक कांग्रेसी सूत्र ने कहा कि वह सुनवाई में शामिल होंगे। राहुल गांधी फिलहाल मुंबई पहुंच चुके हैं। राहुल ने एक दिन पहले ही एक भावुक पत्र लिखकर पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया था।

Photo: @milinddeora

मझगांव मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने फरवरी में वकील एवं आरएसएस कार्यकर्ता ध्रुतीमान जोशी की निजी शिकायत के संबंध में गांधी और सीपीएम नेता सीताराम येचुरी को सम्मन जारी किया था। जोशी ने 2017 में गांधी, तत्कालीन कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी, सीपीएम और इसके महासचिव येचुरी के खिलाफ शिकायत दायर की थी। किसी खास मामले की जांच के लिए अदालत से पुलिस को निर्देश की मांग के लिए निजी शिकायत दायर की जाती है।

लंकेश की सितंबर 2017 में बेंगलुरू में उनके घर के बाहर कथित रूप से एक दक्षिणपंथी चरमपंथी संगठन के सदस्यों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जोशी ने आरोप लगाया था कि लंकेश की मौत के 24 घंटे के भीतर, गांधी ने संवाददाताओं से कहा था कि बीजेपी, आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ बोलने वाले व्यक्ति पर दबाव बनाया जाता है, पीटा जीता है, हमला किया जाता है और यहां तक कि मार दिया जाता है। अदालत ने राहुल और येचुरी के खिलाफ सम्मन जारी किया था जबकि सोनिया गांधी तथा सीपीएम के खिलाफ शिकायत खारिज की थी।

इस्तीफे की औपचारिक घोषणा

बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद से अपने इस्तीफे को लेकर बनी असमंजस की स्थिति और अटकलों पर विराम लगाते हुए राहुल गांधी ने बुधवार को त्यागपत्र की औपचारिक घोषणा कर दी और पार्टी को सुझाव दिया कि नया अध्यक्ष चुनने के लिए एक समूह गठित किया जाए क्योंकि उनके लिए यह उपयुक्त नहीं है कि इस प्रक्रिया में शामिल हों। चुनावी हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी की ‘‘भविष्य के विकास’’ के लिए उनका इस्तीफा देना जरूरी था।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि, कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था। इसके बाद से गांधी लगातार इस्तीफे पर अड़े हुए थे। हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आग्रह किया था कि वह कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें।

 

 

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