कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार को सोमवार (1 जुलाई) को एक और झटका लगा है। कर्नाटक में विजयनगर से कांग्रेस विधायक आनंद सिंह ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसे 13 माह पुरानी जनता दल (सेक्युलर)-कांग्रेस बठबंधन सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार को अपना इस्तीफा सौंप दिया। कर्नाटक में मचे सियासी ड्रामा और ज्यादा तेज होने के आसार नजर आ रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस और जद (एस) के कुछ और विधायकों का इस्तीफा देने की योजना है। इससे राज्य की एचडी कुमारस्वामी नीत जदएस-कांग्रेस सरकार की परेशानियां बढ़ सकती हैं। पिछले माह कर्नाटक जद (एस) प्रमुख एच. विश्वनाथ ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था।
Karnataka: Congress MLA from Vijayanagar, Anand Singh, resigns from his assembly membership, submits his resignation to Speaker KR Ramesh Kumar. (file pic) pic.twitter.com/pQvSuRoOxF
— ANI (@ANI) July 1, 2019
मुख्यमंत्री एच डी कुमारास्वामी की अनुपस्थिति में यह हुआ है। 8 जुलाई को वे अमेरिका से वापस आएंगे। कुछ दिनों पहले ही भाजपा से बचाकर कांग्रेस विधायकों को एक रिसॉर्ट में रखा गया था जहां आनंद सिंह को उनके पार्टी के एक अन्य सदस्य कांपली गणेश ने परेशान किया। आनंद सिंह पिछले साल ‘ऑपरेशन कमल’ में पकड़े गए भाजपा विधायकों में से एक थे।
कांग्रेस विधायक आनंद सिंह के इस्तीफे पर कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, ‘निश्चित रूप से, यह मेरे लिए चौंकाने वाला है, मैं उन्हें ट्रेस करने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन ट्रेस नहीं कर पा रहा। मुझे स्पीकर के साथ चेक करना होगा कि यह सच है या नहीं।’
Karnataka Minister and Congress leader D K Shivakumar on Congress MLA from Vijayanagar, Anand Singh's resignation from the party: Definitely, it is a bit shocking to me, I'm trying to trace him, I couldn't trace him. I have to check with the speaker whether it is true or not. pic.twitter.com/bf7yGncVyS
— ANI (@ANI) July 1, 2019
कांग्रेस और जद (एस) ने राज्य में लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा था, लेकिन सीटों के बंटवारे का समझौता दोनों पार्टियों के सदस्यों में मतभेदों के बीच हुआ था। लोकसभा चुनावों में गठबंधन की हार होने के बाद कांग्रेस और जेडी-एस के बीच मतभेद गहरे हो गए हैं।
पिछले दिनों जनता दल (सेक्यूलर) प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहा था कि इसमें कोई शंका नहीं है कि कर्नाटक में कभी भी मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं। हालांकि, कुछ देर बाद ही वह अपने इस बयान से पलट गए और उन्होंने इस पर सफाई भी दी। पूर्व पीएम ने कहा है कि वह विधानसभा नहीं बल्कि स्थानीय निकाय चुनाव की बात कर रहे थे।