हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की शानदार जीत पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह ईवीएम से छेड़छाड़ का नहीं, बल्कि हिंदुओं के दिलो-दिमाग से छेड़छाड़ का नतीजा है।
(IANS File Photo)समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को कहा कि, ‘चुनाव आयोग को अपनी निष्पक्षता दिखानी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि अगर वीवीपैट पर्चियों का मिलान किया जाए, तो आंकड़ा 100 फीसदी सही निकलेगा।’ उन्होंने बीजेपी की शानदार जीत पर कहा कि, ‘इस बार ईवीएम में हेराफेरी नहीं हुई है, हिंदुओं के दिमाग में छेड़छाड़ की गई है।’
AIMIM Chief Asaduddin Owaisi: Election Commission must show their independence, I believe VVPATs should be 100% (100 per cent matching of VVPAT slips with the Voting Machines). EVM ki rigging nahi hui hai, Hindu mind ki rigging ho chuki hai. #ElectionResults2019 pic.twitter.com/wcXmNmBit8
— ANI (@ANI) May 23, 2019
असदुद्दीन ओवैसी ने यह भी कहा कि, ‘जहां भी क्षेत्रीय दल थे, बीजेपी को रोक दिया गया। पार्टी 300 में से 177 सीटें वहां जीतने में सफल रही, जहां कांग्रेस उसके मुकाबले में थी।’ उन्होंने कहा, ‘इस परिणाम के बाद भी अगर कोई कहता है कि उनमें अकेले देश में सरकार चलाने या बीजेपी को हराने का माद्दा है तो मुझे नहीं लगता कि इसका कोई अर्थ रह जाता है।’
Asaduddin Owaisi, AIMIM: BJP's onslaught was stopped wherever there were regional parties. BJP won 177 out of 300 where Congress was against them, after this result if someone says that they alone have the right to rule the country or defeat BJP, I don't think it has any value. pic.twitter.com/HtIXs4gwmL
— ANI (@ANI) May 24, 2019
बता दें कि, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना में हैदराबाद लोकसभा सीट पर लगातार चौथी बार जीत दर्ज की है। ओवैसी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के जे भगवंत राव को 2. 82 लाख वोटों के अंतर से हराया। ओवैसी इस सीट पर 2004 से जीतते आ रहे हैं।
गौरतलब है कि 2014 में ओवैसी 5,13,868 वोट हासिल कर विजेता बने थे। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार को 2,02,454 वोटों के अंतर से हराया था। हैदराबाद सीट परपंरागत रूप से एआईएमआईएम का गढ़ रहा है, जिसने अल्पसंख्यक बहुल इस निर्वाचन क्षेत्र में 1984 से अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी है। इस सीट पर उनसे पहले पार्टी के पूर्व प्रमुख एवं असदुद्दीन के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी लगातार छह बार निर्वाचित हुए थे।