बच्चों के अधिकारों के शीर्ष निकाय राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को चुनाव प्रचार में कथित तौर पर बच्चों के उपयोग के मामले में नोटिस जारी किया है। मीडिया को शिकायत अथवा शिकायतकर्ता के बारे में ब्यौरा उपलब्ध नहीं कराया गया है।
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, एनसीपीसीआर ने कहा है कि यह शिकायत उस वीडियो को लेकर है जिसमें बच्चे प्रियंका गांधी के समक्ष अभद्र भाषा का प्रयोग करते दिख रहे हैं। आयोग ने अपने इस नोटिस में चुनाव प्रचार में बच्चों के प्रयोग को लेकर आपत्ति प्रकट की है। यह भी उल्लेख किया गया है कि बंबई उच्च न्यायालय के चार अगस्त, 2014 को दिये आदेश में कहा गया है कि बच्चों का चुनाव प्रचार में शामिल नहीं किया जाना चाहिये।
रिपोर्ट के मुताबिक, आयोग ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को तीन दिन के भीतर ब्यौरा उपलब्ध कराने को कहा है। उनसे उन बच्चों के नाम, पते की जानकारी के साथ यह भी पूछा गया है कि नारेबाजी किस जगह हुई थी और वहां पर बच्चे किस प्रकार पहुंचे?
बता दें कि, अभी हाल ही में प्रियंका गांधी वाड्रा का एक वीडियो सामने आया था। कथित तौर पर यह वीडियो प्रियंका के अमेठी के तिलोई गांव में चुनाव प्रचार का है, जहां प्रियंका गांधी जनसंपर्क कर रही थीं। वीडियो में कुछ बच्चे प्रियंका के सामने मोदी विरोधी नारे लगा रहे थे। बच्चों ने पहले ‘चौकीदार चोर है’ का नारा लगवाया।
जिसके बाद बच्चों ने नारे में मोदी के लिए अपशब्द का इस्तेमाल किया। इस पर प्रियंका ने बच्चों से कहा- ‘ये वाला नारा अच्छा नहीं लगा। अच्छे बच्चे बनो।’ इसके बाद बच्चों ने ‘राहुल गांधी’ जिंदाबाद के नारे लगाने लग जाते है।
वहीं, बाद में इस वीडियो पर सफाई देते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा था कि घटना से जुड़ा जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, वह डॉक्टर्ड था। उसे एडिट किया गया था।