पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलासा- पूर्व सीएम एनडी तिवारी के बेटे रोहित तिवारी की मौत अप्राकृतिक, अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज

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उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पू्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी (एनडी तिवारी) के बेटे रोहित शेखर तिवारी की संदिग्ध मौत के मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि शेखर तिवारी की मौत अप्राकृतिक थी। रोहित की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले की जांच दिल्ली क्राइम ब्रांच को सौंपी गई। रोहित की संदिग्ध मौत के मामले में शुक्रवार को पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की धारा में केस दर्ज किया है।

रोहित तिवारी

दिल्ली पुलिस ने बताया कि स्व. एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ‘अप्राकृतिक मौत’ की बात सामने आई है। पता चला कि रोहित की हत्या हुई है, किसी ने तकिए या दूसरी चीज से उसका मुंह दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। पोस्टमोर्टम रिपोर्ट मिलते ही दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या का मामला) के तहत मामला दर्ज किया गया। मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गयी है। शुक्रवार को क्राइम ब्रांच के बड़े अधिकारियों ने रोहित के डिफेंस कॉलोनी के घर आकर रोहित के घरवालों से पूछताछ की।

पुलिस ने कहा था कि कथित तौर पर रोहित की नाक से खून निकल रहा था। इस बात की जानकारी नौकर ने उसकी मां उज्ज्वला तिवारी को दी थी। जो खुद कथित तौर पर चेकअप के लिए साकेत के मैक्स अस्पताल गई हुई थीं। हालांकि, बाद में उज्ज्वला ने संवाददाताओं से कहा था कि बेटे की मौत स्वाभाविक है। मुझे इसमें कोई भी शक नहीं है। मैं रोहित की मृत्यु के कारणों का खुलासा बाद में करूंगी कि किन हालत में ऐसा हुआ।

गौरतलब है कि रोहित शेखर तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मंगलवार को मौत हो गई थी। तबीयत खराब होने पर शाम करीब 4 बजकर 41 मिनट पर साकेत स्थित मैक्स अस्पताल ले जाया गया था। जांच के बाद डॉक्टरों ने रोहित को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों का कहना है कि 40 वर्षीय रोहित की मौत अस्पताल में लाने से पहले ही हो गई थी।

रोहित शेखर को नारायण दत्त तिवारी ने तीन साल पहले ही पुत्र स्वीकार किया था, जब छह साल की कानूनी लड़ाई के बाद उनका पितृत्व साबित हो गया था। एनडी तिवारी का अक्टूबर 2018 में लंबी बीमारी के बाद 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था।

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