गोवा: एमजीपी के बीजेपी में विलय के बाद सीएम प्रमोद सावंत ने उपमुख्यमंत्री सुदीन धवलीकर को कैबिनेट से हटाया

1

लोकसभा चुनाव से ठिक पहले गोवा में मंगलवार (26 मार्च) आधी रात एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार में सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) के दो विधायकों के अपनी पार्टी से अलग होकर सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल होने के बाद गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने उपमुख्यमंत्री सुदीन धवलीकर को बुधवार को कैबिनेट से हटा दिया। बता दें कि सुदीन धवलीकर एमजीपी के एकमात्र विधायक थे, जो पार्टी से अलग नहीं हुए थे।

सुदीन धवलीकर
फाइल फोटो: गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा के नाम संबोधित पत्र में धवलीकर को हटाए जाने की सूचना दी। सावंत ने ‘पीटीआई (भाषा)’ से कहा, ‘मैंने सुदीन धवलीकर को कैबिनेट से हटा दिया है। रिक्त सीट को भरने का निर्णय शीघ्र लिया जाएगा।’ धवलीकर को परिवहन एवं लोक कल्याण मंत्रालय सौंपे गए थे जिनका कार्यभार अब स्वयं सावंत संभालेंगे।

इस समय नई दिल्ली में मौजूद राज्यपाल सिन्हा ने अपना दौरा समय से पूर्व समाप्त कर दिया और वह धवलीकर का स्थान लेने वाले नए मंत्री को शपथ ग्रहण कराने के लिए बुधवार शाम को गोवा पहुंचेंगी। विधायक मनोहर अजगांवकर और दीपक पावस्कर ने गोवा विधानसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष माइकल लोबो को पत्र दिया था जिसमें एमजीपी विधायक दल के बीजेपी में विलय की बात कही गई थी। हालांकि, एमजीपी के तीसरे विधायक सुदीन धवलीकर के इस पर हस्ताक्षर नहीं हैं।

बता दें कि गोवा में प्रमोद सावंत के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने पिछले सप्ताह सदन में बहुमत साबित किया था। 40 सदस्यीय विधानसभा में इस समय सदन की संख्या 36 है, जिसमें बहुमत के लिए सरकार को 19 विधायकों का समर्थन चाहिए था। शक्ति परीक्षण के लिए बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र में सरकार को 20 विधायकों का समर्थन मिला वहीं 15 ने सरकार के खिलाफ वोट किया।

सरकार को समर्थन देने वाले विधायकों में बीजेपी के 11, महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के 3, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के 3 और 3 निर्दलीय विधायक थे, वहीं कांग्रेस के 14 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के 1 विधायक ने सावंत सरकार के खिलाफ वोट दिया था।

Previous articleWhat PM Modi did not tell you in address to nation: India had achieved A-SAT capabilities way back in 2012
Next articleराहुल गांधी की मौजूदगी में अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने थामा कांग्रेस का हाथ, यहां से लड़ सकती हैं लोकसभा चुनाव