उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के आईटी सेल के सदस्यों के लिए एक नई परिभाषा गढ़ते हुए उन्हें ‘इंटरनेट आतंकवादी’ करार दिया है। शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए सपा प्रमुख ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
File photo- अखिलेश यादवपत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा, “मैं मांग करता हूं कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। केवल इन्हीं के खिलाफ ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर जो भारतीय जनता पार्टी के ‘इंटरनेट आतंकवादी’ बैठे हुए हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि बहुत सारी अच्छी भाषा (व्यंग्यात्मक रूप से) का वो भी इस्तेमाल करते हैं, लेकिन हम नहीं चाहते हैं हम लोग ऐसी भाषा का इस्तेमाल करें।”
अखिलेश का यह बयान एक रिपोर्टर के सवाल के जवाब में आया, जिसने बाराबंकी की एक हालिया घटना की ओर अपना ध्यान आकर्षित किया, जहां बीजेपी नेताओं के एक समूह ने होली समारोह के दौरान होलिका के साथ उनकी तस्वीरों को भी जलाया था।
अखिलेश द्वारा बीजेपी के सोशल मीडिया योद्धाओं के लिए इंटरनेट आतंकवादियों की नई परिभाषा को ट्विटर पर पत्रकारों से तत्काल स्वीकृति भी मिल गई। पत्रकार अभिसार शर्मा ने लिखा है कि मैं अखिलेश यादव से सहमत हूं। राजनीतिक संबद्धता के बावजूद सभी को अपमानजनक बीजेपी आईटी सेल के लिए इस शब्द का उपयोग करना चाहिए। यू हारे हुए लोगों का एक समूह हैं।
I agree with @yadavakhilesh . Everyone irrespective of political affiliations should use this word for the abusive BJP IT CELL. U are a bunch of losers . https://t.co/E0ZuyvuI3G
— Abhisar Sharma (@abhisar_sharma) March 23, 2019
वहीं, पत्रकार शाहिद सिद्दीकी ने भी ट्वीट कर लिखा है कि इंटरनेट टेररिस्ट, अखिलेश यादव द्वारा गढ़ा गया एक बहुत ही उपयुक्त शब्द। वे ज्यादातर आतंकवादियों की तरह कायर होते हैं, वे गुमनामी के पीछे छिपकर लोगों से उनकी नफरत और कट्टरता पर हमला करते हैं। वे बीमार आतंकवादी हैं।
InternetTerrorists, a very appropriate term coined by Akhlesh Yadav.
They are cowards like most terrorists, they hide behind anonymity to attack people with their hate& bigotry. They are sick terrorists. https://t.co/E1jTUuwBG9— shahid siddiqui (@shahid_siddiqui) March 23, 2019
इसके अलावा जैनब सिकंदर ने लिखा है हां मुझे लगता है कि हम सभी को हर बार उन्हें भिक्षुओं को फोन करना बंद कर देना चाहिए, क्योंकि वे हमें गाली देते हैं या परेशान करते हैं। वास्तव में, ये लोग साइबर गुंडे हैं और जिस तरह की हिंसा का प्रचार करते हैं, हमें उन्हें साइबर आतंकवादी कहना चाहिए। मैं पूरी तरह से अखिलेश यादव जी से सहमत हूं।
Yes I think we should all stop calling them bhakts every time they abuse or harass us. In reality, these people are cyber bullies & with the kind of violence they propagate, we should call them cyber terrorists.
I completely agree with @yadavakhilesh ji. https://t.co/kBlIoKtRVP— Zainab Sikander (@zainabsikander) March 23, 2019
दरअसल, 20 मार्च को होली के दिन बाराबंकी के स्थानीय बीजेपी नेता रामबाबू द्विवेदी और दूसरे कार्यकर्ताओं ने अखिलेश और बसपा प्रमुख मायावती की तस्वीरों को लगाकर होलिका दहन किया। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गईं। जिसके बाद अखिलेश ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से होलिका दहन की तस्वीरों को शेयर करते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पलटवार किया।
BIG BREAKING: Akhilesh Yadav terms the social media workers of the BJP as INTERNET TERRORISTS.
An action should also be taken against these internet terrorists of the BJP who use abusive language on social media: @yadavakhilesh pic.twitter.com/c7tKcD2T7d
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) March 23, 2019
अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा, “बाराबंकी के इस ‘होलिका दहन’ का संदेश स्पष्ट है: दलित व पिछड़े समाज को भाजपा काल में वैसे ही दबाया-जलाया जाएगा जैसा सदियों से हुआ है। बीते 5 वर्षों में दलित व पिछड़े वर्गों का अपमान और उनके साथ अन्याय ने हर सीमा पार कर दी है। अब वंचित वर्गों का आक्रोश भाजपा को जल्द दिखाई देगा।”
बाराबंकी के इस ‘होलिका दहन’ का संदेश स्पष्ट है: दलित व पिछड़े समाज को भाजपा काल में वैसे ही दबाया-जलाया जाएगा जैसा सदियों से हुआ है।
बीते 5 वर्षों में दलित व पिछड़े वर्गों का अपमान और उनके साथ अन्याय ने हर सीमा पार कर दी है। अब वंचित वर्गों का आक्रोश भाजपा को जल्द दिखाई देगा। pic.twitter.com/eKRsgVg2pI
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 22, 2019