आगामी लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने पुलवामा आतंकी हमले को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए गुरुवार को कहा कि वोट के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवानों को शहीद कर दिया गया। केंद्र में सरकार बदलने के बाद जब इसकी जांच होगी तब बड़े-बड़े लोग फंसेंगे। बता दें कि 14 फरवरी को हुए इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
रामगोपाल यादव ने होली के मौके पर इटावा में आयोजित कार्यक्रम में पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि वोट बढ़ाने के लिए सीआरपीएफ के जवानों को मार दिया गया। उन्होंने कहा कि अर्धसैनिक बलों के लोगों ने शिकायत की है कि हम मांग करते रहे कि हमें हवाई जहाज से भेजा जाए मगर ऐसा नहीं किया गया। सपा नेता ने कहा कि आमतौर पर हमारे जवान हवाई जहाज से जम्मू तक जाते हैं उसके बाद बख्तरबंद गाड़ियों से आगे बढ़ते हैं। यादव ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ जब कोई चेकिंग नहीं थी। पहली बार ऐसा हुआ जब सीआरपीएफ के जवानों को सामान्य बसों में भेजा गया और वे मारे गए।
साथ ही उन्होंने कहा “यह साजिश थी। जब सरकार बदलेगी और उसकी जांच होगी तो आप देखना कि बड़े-बड़े लोग इसमें फंसेंगे। हमारे नौजवानों की जानें दिलवा दी, वोट पाने के लिए।” यादव ने आगे कहा, “आपने देखा होगा कि सैनिकों की लाश आ रही थी और बीजेपी के नेता हंस रहे थे। हमारे पास तो एक वीडियो ऐसा है जिसमें मुख्यमंत्री और उनके पास बैठे लोग हंस रहे थे। यह लोग मारीच हैं। यह कब अपना रूप बदल लें कुछ नहीं कहा जा सकता।”
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामगोपाल के इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि सपा नेता कि वह टिप्पणी तुष्टिकरण की पराकाष्ठा है। इस तरह के गैर जिम्मेदाराना बयान देश के बहादुर जवानों के विश्वास को डगमगाने की साजिश है।
गौरतलब है कि 14 फरवरी की शाम जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, हर कोई शहादत को नमन कर रहा है। (इंपुट: भाषा के साथ)