ईडी ने कोर्ट में कहा, ‘जांच में सहयोग नहीं कर रहे रॉबर्ट वाड्रा, हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत है’

0

दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार (19 मार्च) को धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के एक मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा को राहत देते हुए उनकी अग्रिम जमानत की अवधि 25 मार्च तक बढ़ा दी और उन्हें जांच में हिस्सा लेने का निर्देश दिया। विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार की अदालत ने वाड्रा को यह निर्देश तब दिया जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत है।

(Amal KS/HT FILE Photo)

मनी लॉन्ड्रिंग केस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट को बताया कि वह रॉबर्ट वाड्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती है। जांच एजेंसी ने अदालत में कहा कि वाड्रा पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं, इसलिए वाड्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती है। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, ईडी ने कोर्ट में यह बात रॉबर्ट वाड्रा की अंतरिम जमानत याचिका पर जवाब देते हुए कही। कोर्ट ने रॉबर्ट वाड्रा को धनशोधन मामले की जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही कोर्ट ने अंतरिम जमानत अवधि 25 मार्च तक बढ़ा दी है।

वाड्रा ने लंदन के 12, ब्रायंस्टन स्क्वायर स्थित 19 लाख पाउंड की एक संपत्ति की खरीद में धनशोधन के आरोपों से जुड़े मामले में अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल की थी। यह संपत्ति कथित तौर पर वाड्रा की है। बीते 16 फरवरी को अदालत ने 19 मार्च तक के लिए वाड्रा को गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान किया था। निदेशालय ने कहा था कि उसे लंदन में कई अन्य नई संपत्तियों के बारे में सूचना मिली है, जो कथित तौर पर वाड्रा की हैं। इनमें 50 और 40 लाख पाउंड के दो मकान, छह फ्लैट और अन्य संपत्तियां शामिल हैं।

बता दें, हाल ही में ईडी ने वाड्रा से धन शोधन के एक मामले में करीब सात घंटे पूछताछ की थी। यह मामला विदेश में अवैध संपत्ति की खरीद से जुड़ा हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि वाड्रा से दिन भर पूछताछ चली। वह मध्य दिल्ली के जामनगर हाउस स्थित एजेंसी के कार्यालय में मामले के जांच अधिकारी (आईओ) के सामने उपस्थित हुए थे। वाड्रा से इस मामले में पहले भी कई बार पूछताछ की जा चुकी है। इसके अलावा, उनसे जयपुर में भी पूछताछ की गई थी, जहां धन शोधन के एक अन्य मामले की ईडी जांच कर रही है।

बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने जीजा वाड्रा को लेकर हाल ही में चेन्नई के एक महिला कॉलेज में छात्राओं से बातचीत के दौरान कहा था, “मनमर्जी से कानून का इस्तेमाल किया जा रहा है। सरकार को सभी लोगों की जांच करनी चाहिए चाहे वह वाड्रा हों या फिर प्रधानमंत्री मोदी।” उन्होंने एक छात्र की ओर से अपने बहनोई राबर्ट वाड्रा से धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से पूछताछ किए जाने से संबंधित सवाल पर यह जवाब दिया था।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि उन्हें अपने बहनोई रॉबर्ट वाड्रा से सरकारी पूछताछ को लेकर कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं पहला व्यक्ति हूं जो कह रहा हूं कि रॉबर्ट वाड्रा की जांच करें लेकिन साथ ही पीएम मोदी की भी जांच होनी चाहिए।” उन्होंने कहा,“ सरकार को हरेक व्यक्ति की जांच का अधिकार है। कानून सभी के लिए एक समान होना चाहिए न कि इसे मनमर्जी से लागू किया जाना चाहिए।”

Previous articleShashi Tharoor’s quirky tweet on Ahmedabad-based restaurant chain angers Gujaratis, north Indians
Next articleMagazine junior reporter confesses to killing her boss for not being allowed to end sexual relationship