लोकतंत्र की हत्या? गोवा में रात 2 बजे शपथ ग्रहण समारोह को लेकर लोगों ने उठाए सवाल

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बीजेपी नेता प्रमोद सावंत ने मंगलवार सुबह करीब 2 बजे राजभवन में आयोजित समारोह में गोवा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। प्रमोद सावंत को गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रमोद सावंत के साथ-साथ दो उप-मुख्यमंत्री ने भी शपथ ली। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) के सुदिन धवलिकर और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (GFP) के विजय सरदेसाई उप-मुख्यमंत्री बनाए गए हैं। लेकिन अब उनका शपथ ग्रहण समारोह सुर्खियों में बन गया है।

प्रमोद सावंत

इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रमोद सावंत के अलावा 11 और विधायकों ने मंत्र‍िपद की शपथ ली। मंत्र‍िपद की शपथ लेने वाले विधायकों में मनोहर अजगांवकर, रोहन खवटे, जयेश सलगांवकर, विश्‍वजीत राणे, मावेन गुडीनो शामिल रहे। गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीनो विधायकों ने मंत्र‍िपद की शपथ ली। इनके अलावा गोविंद गावड़े, विनोद पालेकर, मिलिंद नाइक और नीलेश कोबराल ने मंत्र‍िपद की शपथ ली।

गोवा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद सावंत ने कहा कि उनकी प्रमुख जिम्मेदारी सरकार में स्थिरता प्रदान करना थी। “मुझे सभी सहयोगियों के साथ एक स्थिरता प्रदान करना और आगे बढ़ना है। अधूरे कामों को पूरा करना मेरी जिम्मेदारी होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि, मैं मनोहर पर्रिकर जी के जितना काम नहीं कर पाऊंगा, लेकिन जितना संभव हो सके उतना काम करने की कोशिश करूंगा।

बता दें कि मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद राज्य में तेजी से राजनीतिक घटनाक्रम में बदलाव हुआ। इसके बाद बीजेपी आलाकमान ने प्रमोद सावंत को मनोहर पर्रिकर का उत्‍तराधिकारी चुना। रिपोर्ट के मुताबिक, उनके नाम पर सहमति बनाने में बीजेपी आलाकमान और खासकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को काफी मेहनत करनी पड़ी।

बता दें कि गोवा कांग्रेस के सभी विधायकों ने सोमवार को राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात की और तटीय राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया था। प्रमोद सावंत के शपथ ग्रहण के बाद कांग्रेस ने राज्यपाल पर ‘लोकतंत्र की जानबूझकर हत्या’ करने का आरोप लगाया। वहीं, सोशल मीडिया यूजर्स ने भी 2 बजे शपथ ग्रहण समारोह के पीछे बीजेपी के संदिग्ध इरादे पर सवाल उठाया है।

कांग्रेस नेता सुनील कावथंकर ने कहा कि गोवा की राज्यपाल बीजेपी की एजेंट के तौर पर काम कर रही हैं। हमने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। लेकिन उसे नजरअंदाज किया गया। हम गोवा की राज्यपाल के इस अलोकतंत्रातिक कदम की निंदा करते हैं और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मांग करते हैं कि उन्हें बर्खास्त किया जाए और कांग्रेस को सरकार बनाने का तुंरत मौक दें।

इस बीच सोशल मीडिया यूजर्स ने भी रात 2 बजे शपथ ग्रहण समारोह को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। अकादमिक अशोक स्वैन ने पूछा, “बीजेपी गोवा में 2 बजे शपथ ग्रहण समारोह क्यों कर रही है? मीडिया चुप क्यों है?” पत्रकार शाहिद सिद्दीकी ने ट्वीट किया,“2 बजे शपथ समारोह में, प्रमोद सावंत ने गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला। आधी रात को लोकतंत्र पर हमला। लोकतंत्र खुलेपन और पारदर्शिता है, आधी रात को अंधेरे में अभ्यास नहीं किया जाना चाहिए।”

बता दें कि पैंक्रियाटिक कैंसर की वजह से मनोहर पर्रिकर का रविवार को निधन हो गया था। पर्रिकर का अंतिम संस्कार सोमवार शाम पूरे राजकीय सम्मान के साथ की गई। उनके निधन पर एक दिन का राजकीय शोक भी रखा गया था। गौरतलब है कि 63 साल के मनोहर पर्रिकर चार बार गोवा के सीएम रहे। वो मोदी सरकार में रक्षा मंत्री भी रहे। लेकिन 2017 में वो वापस गोवा के सीएम पद बने।

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