अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले उन्नाव से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद साक्षी महाराज ने अपना टिकट कटता देख पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय को पत्र लिखकर कहा है कि अगर उन्हें 2019 के चुनाव में टिकट नहीं दिया गया तो पार्टी को हार के रूप में परिणाम भुगतना पड़ेगा। पत्र में उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र का जातीय समीकर भी बताया है।
साक्षी महाराज ने अपने पत्र में लिखा, ‘मैंने उन्नाव संसदीय लोकसभा सीट पर 2014 में तीन लाख पंद्रह हजार वोटों से जीत दर्ज की थी। लोकसभा में कांग्रेस और बीएसपी की जमानत जब्त हुई थी। एसपी दूसरे नंबर पर रही थी। इस बार बीएसपी-एसपी के गठबंधन में यह सीट एसपी के खाते में गई है। एसपी की ओर से पार्टी के कद्दावर नेता अरुण कुमार शुक्ला या अन्य किसी ब्राह्मण के लड़ने की पूरी संभावना है।’
बीजेपी सांसद ने अपने इस पत्र में जातीय समीकरण का विवरण दिया है। इसमें लिखा है कि संसदीय क्षेत्र में लोधी, कहार, निषाद, कश्यप, मल्लाह के 5 लाख वोट हैं, अन्य पिछड़ा वर्ग के 5 लाख वोटर हैं। ब्राह्मण के 1 लाख 90 हजार, क्षत्रीय के एक लाख 50 हजार, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के 6 लाख 50 हजार, मुस्लिम वोटर 1 लाख 20 हजार और अन्य सवर्ण वोटर 50 हजार हैं।
साक्षी महाराज ने लिखा, ‘मुझे छोड़कर ओबीसी का कोई भी प्रतिनिधित्व नहीं है। वैसे भी पार्टी पर ओबीसी की उपेक्षा का आरोप यदा-कदा लगता रहता है। सांसद ने इशारों में कहा कि अगर पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो पार्टी पर ओबीसी की उपेक्षा का जो आरोप लगता है वह सही साबित होगा।
सांसद ने अपने पत्र में लिखा, जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष ठाकुर, बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह ठाकुर, पुरवा से भी बीजेपी विधायक अनिल सिंह ठाकुर, एमएलसी राजबहादुर चंदेल ठाकुर, ह्रदय नारायण दीक्षित विधानसभा अध्यक्ष ब्राह्मण, अरुण कुमार पाठक एमएलसी ब्राह्मण, पंकज गुप्ता सदर विधायक वैश्य, मोहान विधायक ब्रजेश रावत पासी और सफीपुर विधायक बंबालाल दिवाकर धोबी हैं।
बता दें कि उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज हमेशा ही अपने विवादित बयानों को लेकर मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं।