कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार (9 मार्च) को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बताएं कि वो बीजेपी की सरकार थी जिसने एक भारतीय जेल से जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को रिहा किया था। बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। पुलवामा आंतकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा, मोदी मुझे समझाएं कि किसने मसूद अजहर को भारतीय जेल से पाकिस्तान भेजा। राहुल गांधी ने कहा, मोदी के लिए मेरा एक छोटा सा सवाल है। सीआरपीएफ जवानों को किसने मारा? जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख का नाम क्या है? उसका नाम मसूद अजहर है। उन्होंने कहा कि 1999 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार थी जिसने उसे भारतीय जेल से अफगानिस्तान के कांधार के रास्ते पाकिस्तान भेजा था।
उन्होंने कहा, आप इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे। आप क्यों नहीं कह रहे कि जिस व्यक्ति ने सीआरपीएफ जवानों को मारा उसे बीजेपी ने पाकिस्तान भेजा था… मोदी जी हम आपकी तरह नहीं हैं। हम आतंक के सामने नहीं झुकते हैं। भारत के लोगों के सामने स्पष्ट कीजिए कि किसने मसूद अजहर को भेजा।
वाजपेयी सरकार के दौरान 1999 में इंडियन एयरलाइंस के अपहृत विमान आईसी-814 के बंधक यात्रियों के बदले अजहर को रिहा किया गया था। राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि जब मोदी भ्रष्टाचार की बात करते हैं तो पूरा देश जानता है कि वह भ्रष्ट हैं।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस और जद(एस) का सत्ताधारी गठबंधन मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेगा और इसे जीतेगा। राहुल गांधी ने मोदी पर देश के लोगों को पिछले पांच सालों से “मेक इन इंडिया, स्टैंड अप इंडिया और सिट डाउन इंडिया” जैसे कार्यक्रमों के नाम पर “बेवकूफ” बनाने का भी आरोप लगाया। (इंपुट: भाषा के साथ)