दक्षिणपंथी प्रोपेगेंडा ब्लॉग वेबसाइट ऑपइंडिया (OpIndia) भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने वालों के खिलाफ फेक न्यूज (फर्जी समाचार) चलाने के लिए जाना-जाता रहा है। बता दें कि कई बार फेक न्यूज चलाने के लिए ऑपइंडिया को अपमान का भी सामना करना है। ऑपइंडिया के लिए सबसे बड़ी शर्म की बात इंटरनेशनल फैक्ट-चेकिंग नेटवर्क (IFCN) से आई है।
बता दें कि दक्षिणपंथी वेबसाइट ऑपइंडिया ने इंटरनेशनल फैक्ट-चेकिंग नेटवर्क प्रमाणन के लिए आवेदन किया था, जिसे IFCN ने खारिज कर दिया। IFCN ने ब्लॉग पेज ऑपइंडिया (OpIndia) के आवेदन को खारिज करते हुए संदिग्ध संपादकीय के लिए अपमानजनक टिप्पणी (disparaging comments) की।
IFCN की मूल्यांकनकर्ता कंचन कौर ने लिखा, हालांकि यह तथ्य कई प्रकार के विषयों को कवर करता है कि वे एक निश्चित राजनीतिक संगठन या एक निश्चित विचारधारा वाले संगठनों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। उदाहरण के तौर पर (ऑपइंडिया द्वारा) दी गई दस फैक्ट-चेकों में से लगभग सभी एक निश्चित राजनीतिक पार्टी द्वारा या उस राजनीतिक दल की ओर झुके हुए संगठनों द्वारा डाली गई जानकारी को हटाने की कोशिश पर केंद्रित हैं। या इनके लेख जो है इससे संकेत मिलता है कि एक विपक्षी पार्टी इसके पीछे है या इसका लाभ उठा रही है। इसके निष्कर्ष तक पहुंचने या प्रस्तुत करने में इसकी विधि संभावित पूर्वाग्रह का प्रमाण प्रस्तुत करती है।
कौर ने आगे कहा, इसके अलावा, जिस पृष्ठ में वेबसाइट पाठकों से योगदान आमंत्रित करती है, वह स्पष्ट रूप से इसके झुकाव को संकेत देता है। मैं वेबसाइट से कहती हूं, हम सामान्य रूप से वाम-उदारवादी कथा का मनोरंजन नहीं करते हैं। IFCN ने उस संदिग्ध कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए, जिसे ऑपइंडिया ने अपने तथाकथित तथ्य-जाँच अभ्यास के दौरान अपनाया था।
इसके अलावा IFCN ने OpIndia की फंडिंग के स्रोत पर भी सवाल उठाए। IFCN ने लिखा, आवेदक अपने मालिक को सूचीबद्ध करता है, लेकिन फंडिंग के बारे में कोई और जानकारी नहीं देता है।