पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल एल रामदास (सेवानिवृत्त) ने भारत के चुनाव आयोग को एक खुला पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि उसे राजनीतिक दलों को पुलवामा हमला, बालाकोट की हवाई कार्रवाई और विंग कमांडर अभिनंदन के पाकिस्तान से वापस आने के मुद्दे को मतदाता को लुभाने के लिए इस्तेमाल करने से रोकने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा को लिखे एक खुले खत में एडमिरल एल रामदास ने पार्टियों द्वारा राजनीतिक फायदे के लिए सशस्त्र बलों के शौर्य का इस्तेमाल किये जाने की हालिया घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कुछ ही सप्ताह में चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में खासतौर पर महत्वपूर्ण है कि किसी भी राजनीतिक दल द्वारा मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए इन घटनाओं का इस्तेमाल नहीं किया जाए। उन्होंने दो पन्नों के पत्र में लिखा कि सशस्त्र बल जिस संरचना, मूल्यों और माहौल से जुड़े होते हैं, वह अराजनीतिक और धर्मनिरपेक्ष रहा है।
एडमिरल रामदास ने कहा कि कई उच्च-श्रेणी के दिग्गजों ने समान चिंता व्यक्त की और भारतीय सशस्त्र बलों की अखंडता और धर्मनिरपेक्ष प्रकृति से समझौता करने के इन प्रयासों से चिंतित है।
गौरतलब है कि आगामी लोकसभा चुनाव जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) बालाकोट में भारतीय वायु सेना के हवाई हमलों का उपयोग करने की पूरी कोशिश कर रही है। बता दें कि अभी हाल ही में बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने सेना की वर्दी पहनकर चुनावी रैली में हिस्सा लिया था।