पिछले दिनों से सोशल मीडिया पर काफी सक्रिया दिखने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अब पूरे फॉर्म में आ गए हैं। इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले पेश हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के अंतरिम बजट ने ट्विटर पर जमकर सुर्खियां बटोरीं हैं। बजट को लेकर चली इस बहस में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बाजी मारते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी, प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्विटर अकाउंट को भी काफी पीछे छोड़ दिया। ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना में कम फॉलोअर होने के बावजूद अंतरिम बजट के दौरान राहुल गांधी के ट्वीट्स ज्यादा रीट्वीट किए गए।
File Photo: REUTERSजी हां, 31 जनवरी से 3 फरवरी के बीच की चार दिनों की अवधि के ट्विटर के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। राहुल गांधी के जिस ट्वीट को 12,000 बार से ज्यादा रीट्वीट किया गया, उसमें उन्होंने लिखा है, ‘आपकी पांच सालों की अक्षमता और अहंकार ने हमारे किसानों के जीवन को नष्ट कर दिया है। उन्हें प्रतिदिन 17 रुपये देना उनका और उनके काम का अपमान है।’ ऐसे में सोशल मीडिया के जानकारों का मानना है कि राहुल गांधी आगामी लोकसभा चुनावों में सोशल मीडिया के जरिए बीजेपी बीजेपी को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
Dear NoMo,
5 years of your incompetence and arrogance has destroyed the lives of our farmers.
Giving them Rs. 17 a day is an insult to everything they stand and work for. #AakhriJumlaBudget
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2019
ट्विटर ने सोमवार को कहा कि (31 जनवरी से तीन फरवरी तक) चार दिनों की अवधि में अंतरिम बजट से संबंधित आठ लाख से ज्यादा ट्वीट दर्ज किए गए, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा किए गए ट्वीट को सबसे ज्यादा बार री-ट्वीट किया गया। माइक्रो ब्लॉगिंग मंच ने एक बयान में कहा कि इस साल बजट संबंधित ट्वीट बजट 2018 के दौरान समान अवधि की तुलना में हुए ट्वीट से 1.5 गुणा अधिक थे। कंपनी के मुताबिक, बजट चर्चा और बहस दुनिया भर में चर्चा का विषय रहा और इस दौरान 14 लाख से ज्यादा ट्वीट हुए।
बजट पर राहुल गांधी के ट्वीट को 12,000 बार से ज्यादा रीट्वीट किया गया। ट्विटर के मुताबिक बजट के दिन राहुल का यह ट्वीट सबसे ज्यादा री-ट्वीट किए जाने वाले ट्वीटों में से एक था। यह ट्वीट हैशटैग ‘आखिरीजुमलाबजट’ के साथ किया गया था, जिसमें अंतरिम बजट में दो एकड़ तक की जमीन रखनेवाले सभी किसानों को 6,000 रुपये सालाना की मदद देने की घोषणा की गई थी।
पीएम मोदी और बीजेपी को छोड़ा पीछे
राहुल गांधी के ट्वीट के जवाब में बीजेपी की तरफ से ट्वीट किया गया, ‘जैसा कि अपेक्षित था, आपने बजट की एक बात नहीं समझी।’ इस ट्वीट को 9,000 बार रीट्वीट किया गया।
As expected, you haven't understood a thing from the Budget.
Rs 6000 to farmers is not their net income but a relief measure to supplement their income; along with host of other steps taken for their welfare.
Surprised, you did not tweet 70 paisa/hr! Would've been more RG like. https://t.co/UJtMNgtGkB
— BJP (@BJP4India) February 1, 2019
वहीं, राहुल गांधी के ट्वीट की तुलना में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतरिम बजट के दिन किए गए ट्वीट को 7,000 से ज्यादा बार रीट्वीट किया गया। जबकि पीएम मोदी के माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लैटफार्म पर 4.54 करोड़ फॉलोअर्स हैं।
This is a #BudgetForNewIndia and for all Indians. Watch my take. https://t.co/eAsPXMk1Dr
— Narendra Modi (@narendramodi) February 1, 2019
BJP को पहुंचा सकते हैं नुकसान
बता दें कि बीजेपी नेताओं द्वारा राहुल गांधी को अकसर ‘पप्पू’ कहकर उनका मजाक उड़ाया जाता है। लेकिन इन सबको दरकिनार कर कांग्रेस अध्यक्ष अपनी छवि बदलने की पुरजोर कोशिश में जुटे हैं और अपने 84.1 लाख फॉलोअरों के लिए व्यंग्य से भरे ट्वीट्स के माध्यम से वह एक हाजिर जवाब नेता के रूप में उभरे हैं। जो बीजेपी को आगामी लोकसभा चुनावों में कुछ नुकसान पहुंचा सकते हैं, क्योंकि पिछले विधानसभा चुनावों में भी उनके ट्वीट्स ने उनके विरोधियों को नुकसान पहुंचाया था।
कांग्रेस की सोशल मीडिया और डिजिटल कम्यूनिकेशंस प्रमुख दिव्या स्पंदना के मुताबिक, ‘विभिन्न सोशल मीडिया से जुड़ाव को नापना बेहतर पैरामीटर है, बजाए फॉलोअर्स की संख्या को देखने के।’ वहीं, सोशल मीडिया विशेषज्ञ अनूप मिश्रा का कहना है कि रिट्वीट की ज्यादा संख्या से यह पता नहीं चल सकता है कि वह व्यक्ति ‘अधिक प्रभावशाली’ है। मिश्रा ने कहा, ‘इससे संकेत मिलता है कि लोगों की रुचि उस खास विषय में है, जिसे वे रीट्वीट कर रहे हैं।’
आईएएनएस के मुताबिक, अब प्रियंका गांधी वाड्रा (जिन्हें हाल में ही पूर्वी उप्र का प्रभारी नियुक्त किया गया है) भी सोशल मीडिया पर आनेवाली हैं। ऐसे में भाजपा को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भाई-बहन की जोड़ी से लड़ने के लिए पूरी ताकत झोंक देनी होगी। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक कांग्रेसी नेता ने आईएएनएस को बताया कि राहुल गांधी के पोस्ट्स सोशल मीडिया पर अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं, क्योंकि मुख्यधारा की मीडिया ‘मोदी-समर्थक’ और कांग्रेस अध्यक्ष विरोधी है।