हाल के महीनों में केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को न्यूज चैनलों पर डिबेट्स के दौरान अपने प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा की गई वित्रित्र टिप्पणियों और दावों के कारण काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। भारतीय टीवी चैनलों पर बहस में शामिल होने वाले सभी पार्टियों के विवादास्पद प्रवक्ताओं की सूची में संबित पात्रा का नाम सबसे ऊपर आता है।अभी हाल ही में न्यूज 18 चैनल पर एक कार्यक्रम में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा शामिल हुए थे। इस डिबेट में संबित पात्रा सरेआम बिना किसी लाग लपेट के फेक न्यूज (फर्जी खबर) का सहारा लेकर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर हमला बोला। जिसके बाद उन्हें जनता द्वारा उपहास का सामना करना पड़ा। चैनल के दर्शक भी उनके ज्ञान से हैरान थे और अब वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर भी उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, संबित पात्रा ने न्यूज 18 पर बहस के दौरान हफिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि वेबसाइट द्वारा सोनिया गांधी को दुनिया की चौथी सबसे अमीर महिला नेता के रूप से शामिल किया गया था। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच संबित पात्रा ने कहा, “क्या अंबानी-अबानी की बात करते हैं आप.. (कांग्रेस प्रवक्ता की तरफ हाथ दिखाते हुए)…लूटेरे…इन्होंने देश को लूट रखा है।”
पात्रा ने आगे कहा, “सुनिये, मैं आपको इसका उदाहरण देना चाहता हूं। Huffington Post 4th richest woman, world’s richest Sonia Gandhi. (हफिंगटन पोस्ट के मुताबिक सोनिया गांधी दुनिया की चौथी सबसे अमीर महिला हैं)। क्या काम किया है सोनिया जी ने…जो दुनिया की चौथी अमीर महिला बन गईं? आप मुझे बताएं आज कौन सी इंडस्ट्री है उनकी… कौन सी खेती है उनकी… कौन सी जमीन है उनकी..? ये उत्तर मुझे कांग्रेस के प्रवक्ता से चाहिए।”
शो में कांग्रेस के प्रवक्ता ने पात्रा के इस दावों का विरोध किया और सोर्स (हफिंगटन पोस्ट) पर सवाल उठाए। हालांकि उन्होंने बीजेपी प्रवक्ता को यह नहीं बताया कि हफिंगटन पोस्ट ने 2013 की अपनी सूची से सोनिया गांधी का नाम हटा लिया था, क्योंकि वह रिपोर्ट एक संदिग्ध सोर्स पर आधारित था। साथ ही वेबसाइट ने अपनी इस गलती के लिए माफी भी मांगी थी।
क्या है मामला?
दरअसलल, नवंबर 2013 में हफिग्टन पोस्ट ने दुनिया के सबसे अमीर नेताओं की एक लिस्ट जारी की थी। इस सूची में सोनिया गांधी का भी नाम था, लेकिन बाद में उनका नाम उस लिस्ट से हटा लिया गया। हफिग्टन पोस्ट के एडिटर ने साइट पर लगी इस रिपोर्ट के नीचे एक नोट लिखा था। जिसमें सोनिया गांधी का नाम सूची में शामिल करने के लिए माफी मांगी गई थी।
नोट में लिखा था, “सोनिया गांधी और कतर के पूर्व अमीर हामिद बिन खलीफा अल-थानी का नाम इस लिस्ट से हटा दिया गया है। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी का नाम इस लिस्ट में किसी तीसरे पक्ष (थर्ड पार्टी) साइट के आधार पर रखा गया था, जिस पर बाद में सवाल उठे। हमारे एडिटर सोनिया गांधी की बताई गई संपत्ति की पुष्टि नहीं कर सके, इसलिए लिंक को हटाना पड़ा। इस गलतफहमी के लिए हमें खेद है।”
दरअसल, संबित पात्रा अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर भारी दिखने के चक्कर में कई बार विवादास्पद टिप्पणियां भी कर देते हैं, जिसकी वजह से उन्हें शर्मिंदगी का भी सामना करना पड़ता है। उनके आलोचकों का आरोप है कि पहले के मुताबिक पिछले कुछ समय से अपने बदलते व्यवहार के कारण पात्रा की साख गिरती जा रही है। इस बार भी जिस तरफ से उन्होंने एक सत्ताधारी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता होने के बावजूद फेक न्यूज का सहारा लेकर सोनिया गांधी पर हमला किया इसे लेकर उन्हें एक बार फिर सोशल मीडिया पर ट्रोल होना पड़ रहा है।