बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने खुलासा किया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के कहने पर उन्होंने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को जदयू (JDU) का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। नीतीश कुमार ने इस बात का खुलासा मंगलवार (15 जनवरी) को एक निजी चैनल के कार्यक्रम में किया।
(PTI File Photo)बिहार के मुख्यमंत्री ने मंगलवार रात दावा किया कि उन्हें अमित शाह ने प्रशांत किशोर को जद (यू) में शामिल कर लेने का दो बार सुझाव दिया था। नीतीश कुमार ने चैनल के कार्यक्रम में चुनाव रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर देखने से जुड़े सवाल पर यह बात कही।
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर को पिछले साल सितंबर में जद (यू) में शामिल किया गया था और कुछ ही हफ्ते बाद उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया गया था। इससे ऐसी अटकलें लगने लगी कि कुमार उन्हें अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाने के बारे में सोच रहे हैं।
कुमार ने कहा कि वह हमारे लिए नए नहीं हैं। उन्होंने हमारे साथ 2015 के विधानसभा चुनाव में काम किया था। थोड़े समय के लिए वह कहीं और व्यस्त थे। कृपया मुझे बताने दें कि अमित शाह ने मुझे दो बार किशोर को जद (यू) में शामिल करने को कहा था।
उन्होंने कहा, ‘प्रशांत किशोर को समाज के सभी तबके से युवा प्रतिभाओं को राजनीति की ओर आकर्षित करने का काम सौंपा गया है। राजनीतिक परिवारों में नहीं जन्मे लोगों की राजनीति से पहुंच दूर हो गई है। नीतीश ने कहा, ‘मुझे प्रशांत किशोर से काफी लगाव है। लेकिन, उत्तराधिकारी जैसी बातें हमें नहीं करनी चाहिये। यह राजशाही नहीं है। बता दें कि जेडीयू में शामिल होने के बाद प्रशांत किशोर ने कहा था कि उनका पार्टी से जुड़ाव कोई नया नहीं है, वे पिछले 3-4 सालों से पार्टी के संपर्क में हैं।