ओडिशा: आठवीं की नाबालिग छात्रा ने हॉस्टल में बेटी को दिया जन्म, मासूम बच्ची के साथ लड़की को छात्रावास से बाहर करने का आरोप

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ओडिशा में कंधमाल जिले के सरकारी आदिवासी आवासीय स्कूल में एक नाबालिग छात्रा ने अपने छात्रावास में एक बच्ची को जन्म दिया। इस घटना के बाद प्रशासन ने छह कर्मचारियों के खिलाफ रविवार (13 जनवरी) को कार्रवाई की है। बताया गया कि छात्रा और बेटी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां दोनों की हालत स्थिर है।

प्रतिकात्मक फोटो

कंधमाल जिला कल्याण अधिकारी (डीब्ल्यूओ) चारूलता मलिक ने कहा, ‘आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली 14 वर्षीय छात्रा ने शनिवार को स्कूल के छात्रावास में बच्ची को जन्म दिया।’ बता दें कि ओडिशा के जनजातीय और ग्रामीण विकास विभाग की ओर से संचालित सेवा आश्रम हाई स्कूल कंधमाल के दरिंगबाड़ी में स्थित है।

बताया गया कि छात्रा और बच्ची को एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर है। अधिकारियों ने बताया कि दो मैट्रन, दो बावर्ची और अटेंडेंट, एक महिला पर्यवेक्षक और एक सहायक नर्स के खिलाफ ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में कार्रवाई की गई है।

आरोपी छात्र गिरफ्तार

अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति मंत्री रमेश माझी ने कहा कि जिला कलेक्टर से मामले की जांच करने और उन परिस्थितियों पर रिपोर्ट देने को कहा गया है जिसमें छात्रा गर्भवती हुई और उसने बच्ची को जन्म दिया। उन्होंने भुवनेश्वर में कहा कि सरकार ने घटना पर गंभीर रूख अख्तियार किया है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस भी मामले की जांच कर रही है। मलिक ने कहा कि घटना के बाबत दरिंगबाड़ी कॉलेज के तृतीय वर्ष के छात्र को गिरफ्तार किया गया है। वह तकलमहा गांव का रहने वाला है।

लड़की को छात्रावास से बाहर करने का आरोप

जिला कलेक्टर डी ब्रूंडा ने कहा कि सरकार ने स्कूल की प्रिंसिपल राधा रानी दलेई को भी इसी आरोप में निलंबित करने की सिफारिश की है। जिला कलेक्टर ने कहा कि सरकार के निर्देशों पर हमने कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है। NDTV के मुताबिक, लड़की ने रविवार को आरोप लगाया कि बच्ची को जन्म देने के थोड़ी देर बाद ही दोनों को छात्रावास से बाहर कर दिया गया और उसे नजदीक के एक जंगल में शरण में लेने को मजबूर होना पड़ा।

मलिक और स्थानीय पुलिस ने रविवार को दोनों को ढूंढा और उन्हें अस्पताल ले गए। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया। स्थानीय लोगों ने धरना दिया और राष्ट्रीय राजमार्ग 59 को अवरूद्ध कर दिया। उनकी मांग है कि अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और स्कूल की प्रिंसीपल और छात्रावास की वार्डन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

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