कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में नया निवेश पिछले 14 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर चले जाने से संबंधी मीडिया रिपोर्ट को शेयर करते हुए गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह अपने ‘माउथपीस’ अरुण जेटली से कहें कि इसे भी कुछ अलग तरीके से पेश करें।
राहुल गांधी ने गुरुवार (3 जनवरी) को निवेश गिरने से जुड़ी खबर ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा, ‘मोदी जी, यह बहुत खराब लग रहा है। क्या कृपया आप अपने ‘माउथपीस’ जेटली से इसे स्पिन कराने के लिए कह सकते हैं।’
लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर की तिमाही में निवेश 14 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है। ये बात सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के प्रोजेक्ट-ट्रैकिंग डेटाबेस के ताजा आंकड़ों से पता चलती है। CMIE के आंकड़ों के मुताबिक, इस तिमाही में कंपनियों ने 1 लाख करोड़ के नए प्रोजेक्ट्स का ऐलान किया, जो पिछली तिमाही से 53 फीसदी कम हैं और पिछले 14 साल में सबसे निचले स्तर पर हैं। यह इसी तिमाही में पिछले साल से 55 फीसदी कम है।
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति का हवाला देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनुसिंघवी ने कहा था कि, हाल के समय में तीन रिपोर्ट सामने आई हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एक साल में बैंक जालसाजी के मामलों में 72 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। क्या यह सरकार आरबीआई के गवर्नर को फिर बदलेगी?
उन्होंने कहा, दूसरी रिपोर्ट में कहा गया है कि मुद्रा लोन का एनपीए दोगुना हो गया है। क्या यही वजह है कि अब सरकार के लोगों की तरफ से मुद्रा लोन पर ज्ञान सुनने को नहीं मिलता? एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक निवेश पिछले 14 वर्षों के सबसे निचले स्तर पर है। इसकी जिम्मेदारी किसकी है?