यूपी: कुशीनगर में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से 7 बच्चियां गायब, मचा हड़कंप

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इस साल अगस्त महीने में उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में स्थित शेल्टर होम (मां विंध्यवासिनी बालिका संरक्षण गृह) में बिहार के मुजफ्फरपुर जैसा मामला सामने आया था, जिसके बाद देश भर में हड़कंप मच गया। इस बीच अब उत्तर प्रदेश में एक आवासीय बालिका विद्यालय से कथित तौर पर सात बच्चियों के गायब होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह मामला यूपी के कुशीनगर जिले में स्थित पडरौना शहर का है।

दरअसल, कुशीनगर के पडरौना शहर से मात्र कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित खिरकिया में एसडीएम ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का निरीक्षण किया तो वहां 12 बालिकाएं मौके पर मौजूद नहीं थी। पूछताछ में पता चला कि 5 छात्राएं छुट्टी पर हैं, जबकि बाकी 7 छात्राओं के बारे में कोई लिखित सूचना नहीं थी। एसडीएम ने जब इस अनुपस्थित बारे में पूछा तो वार्डेन संगीता सिंह ने बताया कि बालिकाएं अवकाश पर हैं। लेकिन वह सिर्फ पांच बालिकाओं की ओर से दिए गए अवकाश प्रार्थनापत्र को ही दिखा पाईं।

समाचार एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, एसडीएम ने वार्डेन को जरूरी दस्तावेजों के साथ शुक्रवार को अपने कार्यालय में तलब किया है। एसडीएम सदर गुलाबचंद्र के पहुंचते ही कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अफरातफरी मच गई। निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने देखा कि स्कूल की छत जर्जर हालत में है। बताया जा रहा है कि बारिश में छत से पानी टपकती है। यही नहीं जिस हॉस्टल में छात्राएं रहती हैं, वहां सोने की भी समुचित व्यवस्था नहीं थी।

इसके अलावा इस बालिका विद्यालय में सफाई की व्यवस्था भी नहीं थी। एसडीएम ने शुक्रवार को वार्डेन को अपने दफ्तर में तलब किया है। साथ ही इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है। एसडीएम ने बालिकाओं की उपस्थिति के बारे में पूछा तो मालूम हुआ कि 88 बालिकाएं यहां रहती हैं। उनमें 12 बालिकाएं गायब थीं। एसडीएम ने बताया कि 12 बालिकाएं कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में उस समय नहीं थीं। उनमें पांच कक्षा छह की हैं तथा सात कक्षा सातवीं की।

आपको दें कि कुछ दिन पहले यूपी के देवरिया में शेल्‍टर होम से सेक्‍स रैकेट चलाए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया था। शेल्टर होम में चल रहे इस सेक्स रैकेट का खुलासा तब हुआ, जब यहां यौन शोषण का शिकार हुई एक 11 वर्षीय लड़की किसी तरह इस शेल्टर होम से भाग निकली। शेल्टर होम से लड़की के भाग निकलने के बाद तब देवरिया के एसपी रोहन कनय ने 5 अगस्त को उसकी आपबीती सुनने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी।

बच्ची के बयान के बाद एसपी ने तत्काल कार्रवाई को निर्देश दिया और देर रात में ही फोर्स के साथ बालिका गृह में छापेमारी हुई। पुलिस कार्रवाई में 24 बच्चियों व महिलाओं को वहां से छुड़ाया गया। वहीं, संस्था की संचालिका, उसके पति और बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया। बच्चियों की उम्र 15 से 18 साल था। लड़की ने यूपी पुलिस की महिला हेल्पलाइन 181 को दी अपने बयान में इस शेल्टर होम के मालिक गिरिजा त्रिपाठी पर लड़कियों को पैसों के बदले सेक्स के लिए भेजने से पहले ड्रग्स देने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देवरिया शेल्टर होम केस की जांच सीबीआई को सौंप दी है।

 

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