आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार (22 नवंबर) को कहा कि सीलिंग के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को अपना ‘तमाशा’ बंद करना चाहिए और यथास्थिति बनाए रखने तथा लाखों लोगों को राहत प्रदान करने के लिए तत्काल अध्यादेश लाना चाहिए।
file photoउनकी टिप्पणी गत सितंबर में परिसरों पर लगाई गई नगर निकाय की सील को तोड़ने के मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट द्वारा अवमानना कार्यवाही बंद किए जाने के बाद आई है। केजरीवाल ने ट्वीट किया कि बीजेपी को सीलिंग के मुद्दे पर तमाशा बंद करना चाहिए और यथास्थिति बनाए रखने तथा लाखों लोगों को राहत प्रदान करने के लिए तत्काल अध्यादेश लाना चाहिए।
If BJP is done wid its stunts and theatrics, the people of Delhi urge BJP to immediately bring an ordinance now to maintain status quo, provide relief to lakhs of people and save their jobs. https://t.co/eG86gMKXCa
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 22, 2018
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को उत्तर पूर्व दिल्ली के गोकुलपुर इलाके में एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान की सीलिंग तोड़ने के मामले में मनोज तिवारी के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि मनोज तिवारी द्वारा कोर्ट की अवमानना को कोई सबूत नहीं मिला है। सुप्रीम कोर्ट ने सब कुछ बीजेपी पर छोड़ दिया है कि मनोज तिवारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक कोर्ट ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं है कि तिवारी ने कानून अपने हाथ में लिया है। हम तिवारी के बर्ताव से आहत हैं। एक चुने हुए प्रतिनिधि होने के नाते उन्हें कानून अपने हाथ में लेने की जगह जिम्मेदार रवैया अपनाना चाहिए।’
न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि शीर्ष अदालत उनके आचरण की वजह से ‘काफी दुखी’ है क्योंकि वह निर्वाचित प्रतिनिधि हैं और उसने कानून अपने हाथ में लेने के उनके कृत्य की निंदा की। शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि ‘गलत राजनीतिक प्रचार के लिये कोई जगह नहीं है’ और ‘इस तरह के आचरण की निंदा की जानी चाहिये।’