#MeToo: साई के सीनियर कबड्डी कोच ने होटल में की आत्महत्या, लड़की से छेड़छाड़ का लगा था आरोप

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देश भर में चल रहे ‘मी टू’ अभियान (यौन उत्पीड़न के खिलाफ अभियान) के तहत हर रोज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अमेरिका से शुरू हुए ‘मीटू’ आंदोलन ने भारत में भी भूचाल मचा दिया है। मी टू अभियान के तहत हर रोज बॉलीवुड और मीडिया से कई महिलाएं आगे आकर अपनी आपबीती बयां कर रही हैं। इस बीच छेड़छाड़ के आरोपी एक सीनियर कबड्डी कोच द्वारा खुदकुशी किए जाने का मामला सामने आया है।

file photo

समचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के प्रशिक्षण केंद्र में लड़की से कथित तौर पर छेड़छाड़ के आरोपी कोच ने बेंगलुरु के एक होटल के कमरे में आत्महत्या कर ली। दवांगेरे के पुलिस अधीक्षक आर चेतन ने मंगलवार को बताया, ‘साई के बेंगलुरु केंद्र में वरिष्ठ कोच रूद्राप्पा वी होसमानी ने सोमवार को हरिहारा स्थित एक होटल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगा था।’

पुलिस के मुताबिक, होसमानी 13 अक्टूबर को होटल आए थे और लंबे समय तक बाहर नहीं निकले जिसके बाद वहां के कर्मचारियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। उन्होंने कहा कि जब कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो होसमानी का शरीर लटका हुआ था। इस कोच पर 9 अक्टूबर को लड़कियों के ड्रेसिंग रूम में छेड़छाड़ करने का आरोप लगा था।

लड़की ने इसकी जानकारी अपने अभिभावकों को दी जिसके बाद साई के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। जांच के बाद होसमानी को निलंबित कर दिया और इस शिकायत के आधार पर उनके खिलाफ पोस्को धारा के तहत मामला दर्ज किया गया। होसमानी के पिता ने भी एक शिकायत दर्ज कराई है।

‘मी टू’ अभियान ने पकड़ा तूल

आपको बता दें कि भारत में जारी ‘मी टू’ अभियान (यौन उत्पीड़न के खिलाफ अभियान) तूल पकड़ता जा रहा है। कई अन्य महिलाएं अपने अनुभवों को सार्वजनिक तौर पर शेयर कर रही हैं। आपको बता दें कि अभिनेत्री तनुश्री दत्ता के मशहूर अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद से #MeToo आंदोलन ने सही मायने में भारत में दस्तक दी। तनुश्री के बाद एक-एक कर कई बड़े सितारों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जा चुके हैं।

फिल्म इंडस्ट्री से ‘मी टू’ अभियान की शुरुआत होने के बाद इसकी चपेट में मीडिया जगत भी आ गया है और इसकी लपटें मोदी सरकार के एक मंत्री को अपने लपेटे में ले रही हैं। अपने समय के मशहूर संपादक व वर्तमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम.जे. अकबर पर दर्जनभर महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार के आरोप लगाए हैं। इन महिलाओं ने उन पर तमाम मीडिया संस्थानों में संपादक रहते हुए यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।

नाना पाटेकर के बाद जहां विकास बहल, कैलाश खेर, चेतन भगत, जतिन दास, रजत कपूर, जुल्फी सैयद, आलोक नाथ, संपादक प्रशांत झा, रघु दीक्षित, सुहेल सेठ, अदिति मित्तल, सुभाई घई, साजिद खान, पीयूष मिश्रा और राहुल जौहरी भी ‘मी टू’ की चपेट में आए हैं, जिनपर यौन उत्पीड़न, बदसलूकी, गलत तरीके से छूने जैसे आरोप लगे हैं।

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