हाल ही में बिहार में सत्ताधारी जनता दल यूनाईटेड (जेडीयू) के साथ नई पारी की शुरूआत करने वाले देश के जाने-माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का अब पार्टी में कद दूसरे नंबर का हो गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार (16 अक्टूबर) को बड़ा फैसला करते हुए प्रशांत किशोर को जेडीयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने मंगलवार को इस बात की घोषणा की है।
(PTI File Photo)आपको बता दें कि प्रशांत ने कुछ समय पहले ही जदयू राज्य कार्यकारणी की बैठक में नीतीश कुमार के समक्ष जेडीयू की सदस्या ली थी। हालांकि जेडीयू में शामिल होने के बाद से ही माना जा रहा था कि पार्टी में उन्हें जल्द ही कोई बड़ा पद दिया जा सकता है। उम्मीद के मुताबिक एक महीने के भीतर ही उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया गया है।
वर्ष 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रशांत किशोर को नरेंद्र मोदी के चुनावी रणनीतिकार के तौर पर जाना गया था। बता दें कि 2014 के आम चुनाव में प्रशांत किशोर यानी ‘पीके’ नरेंद्र मोदी के खास सिपहसालार थे और केंद्र में 3 दशकों बाद बीजेपी के रूप में किसी एक पार्टी को बहुमत के पीछे उनकी अहम भूमिका मानी जाती है। 2014 के बाद सियासी गलियारों में वह तेजी से चर्चित हुए।
हालांकि, प्रशांत ने बाद में बीजेपी के धुर विरोधियों से हाथ मिला लिया और 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू के चुनावी रणनीतिकार की भूमिका निभाते हुए महागठबंधन को भारी जीत दिलायी थी। साल 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भारी जीत के बाद प्रशांत किशोर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सलाहकार के रूप में नियुक्त करके उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया था।
हालांकि, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को प्रशांत किशोर जीत दिलाने में असफल रहे थे पर पंजाब में वे उसे जीत दिलाने में सफल रहे थे। प्रशांत पार्टी और सरकार के बीच पुल का काम करेंगे। आने वाले समय में वह चुनाव भी लड़ सकते हैं।प्रशांत किशोर को बीजेपी और कांग्रेस दोनों का करीबी माना जाता है।