संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म ‘पद्मावत’ का विरोध करते हुए हरियाणा बीजेपी नेता सूरजपाल अम्मू ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन सोमवार को पार्टी आलाकमान ने सूरजपाल अम्मू का इस्तीफा नामंजूर कर दिया जिस पर उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए इसे घर वापसी बताया है।
(Express Photo/Gajendra Yadav)मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरियाणा के बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला ने सोमवार (8 अक्टूबर) को सूरज पाल अम्मू का इस्तीफा नामंजूर कर दिया। अमू ने इस पर खुशी जताई और कहा कि ये मेरे लिए घर वापस लौट आने जैसा है। बता दें कि फिल्म ‘पद्मावत’ का विरोध करते हुए सूरजपाल अम्मू ने नंबर 2017 में हरियाणा बीजेपी के मुख्य मीडिया समन्वयक के पद से इस्तीफा दिया था।
सूरजपाल अम्मू ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ‘मैंने भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) की हरियाणा इकाई के कई भिन्न पदों से कई महीनों पूर्व इस्तीफा दे दिया था और आज हरियाणा के बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला ने इसे नामंजूर कर दिया।’
उन्होने आगे कहा, ‘पिछले 29-30 वर्षों से मैं पार्टी के अलग-अलग पदों और इसकी छात्र शाखा के लिए काम करता आ रहा हूं। पार्टी से दूर रहने के ये आठ महीने मेरे लिए बहुत मुश्किल थे। हालांकि मैं अलग-अलग सामाजिक संगठनों में काम करता रहा, यह मेरे लिए घर आने जैसा है।’
बता दें कि नवंबर 2017 में फिल्म ‘पद्मावत’ के विरोध प्रदर्शन के दौरान अमू के विवादित बयान को लेकर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला ने अमू को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसके बाद उन्होंने हरियाणा बीजेपी के मुख्य मीडिया समन्वयक के पद से इस्तीफा दिया था।
बता दें कि, फिल्म ‘पद्मावत’ रिलीज को लेकर सूरज पाल अम्मू काफी विवादों में रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान अमू ने दीपिका पादुकोण और फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली का सिर काटने के लिए 10 करोड़ रुपये ईनाम की घोषणा की थी। इसके बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।