पिछले साल एक कश्मीरी युवक फारूख अहमद डार को जीप के बोनेट पर बांधकर चर्चा में आए मेजर नितिन लीतुल गोगोई होटल और लड़की के विवाद मामले में फंसते जा रहे हैं। सेना ने मेजर गोगोई को उनकी इकाई से हटाकर स्थानीय फॉर्मेशन मुख्यालय भेज दिया है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि सेना के कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (सीओआई) द्वारा श्रीनगर में होटल में एक स्थानीय महिला के साथ जाने में दोषी पाए जाने के बाद उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
‘ह्यूमन शील्ड’ मामले से सुर्खियों में आए मेजर गोगोई होटेल कांड के बाद विवादों में रहे। सेना की तरफ से पिछले महीने गठित सीओआई ने 53 राष्ट्रीय राइफल्स के अधिकारी गोगोई को दो मामलों में दोषी पाया। पहला निर्देश के बावजूद स्थानीय महिला के साथ दोस्ती करने और अभियान वाले इलाके में होने के बावजूद ड्यूटी से दूर रहना। इसने उनके खिलाफ समरी ऑफ एविडेंस की अनुशंसा की। कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू किए जाने से पहले का यह कदम होता है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि गोगोई को बडगाम में उनकी इकाई से हटा दिया गया है और अवंतीपुरा में विक्टर फोर्स मुख्यालय से उन्हें संबद्ध कर दिया गया है। पिछले साल नौ अप्रैल को कश्मीर में पथराव कर रहे युवकों से बचने के लिए एक वाहन के बोनट से एक नागरिक को बांधने के उनके निर्णय के बाद वह विवादों में आए थे।
अब उन्हें समरी और एविडेंस का सामना करना होगा, यह प्रक्रिया आरोप तय किए जाने के समान है। प्रक्रिया में तीन महीने का समय लगने की संभावना है। गोगोई को जम्मू कश्मीर पुलिस ने 23 मई को उस समय हिरासत में लिया था जब वह एक 18 वर्षीय महिला के साथ श्रीनगर में एक होटेल में जबरन प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।