भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) शासित राज्य राजस्थान के बाड़मेर जिले के एक गांव ‘मियों का बाड़ा’ का नाम बदलकर राज्य सरकार ने ‘महेश नगर’ रख दिया गया है।
IMAGES- zeenewsसमाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, राजस्थान सरकार ने बारमेड़ जिले के ‘मियां का बाड़ा’ गांव का नाम बदलकर ‘महेश नगर’ कर दिया है। कभी मियां का बाड़ा कहलाने वाला गांव अब महेश नगर कहलाएगा। वहीं, गांव के पूर्व सरपंच हनुमंत सिंह ने का कहना है कि भारत की आजादी तक इस गांव का नाम महेश बाड़ा था। सरपंच ने आगे कहा कि समझौते के दौरान इसका नाम मियां का बाड़ा हो गया था, लेकिन अब यह फिर से महेश नगर हो गया है।
#Rajasthan: Miyan Ka Bara, a village in Barmer renamed to Mahesh Nagar by Rajasthan govt. Hanumant Singh, former Sarpanch says,"Till India got independence,it was Mahesh Bara but during settlement, name was changed to Miyan Ka Bara. It has been renamed to Mahesh Nagar now."(7Aug) pic.twitter.com/tTJl0CnBqD
— ANI (@ANI) August 9, 2018
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, यह 250 घरों की आबादी का गांव है जिसमें दो हजार की जनसंख्या है। इस गांव में मात्र चार परिवार अल्पसंख्यक समुदाय के हैं। वहीं गांव के सरपंच का कहना है कि मियों का बाड़ा का नाम बदलने की मांग 10 साल पुरानी है। उनका कहना है कि इस गांव के लोग भगवान शिव के उपासक होने की वजह से इसका नाम महेश नगर रखा गया है।
इसके पहले इसका यही नाम था। लेकिन वक्त के साथ लोगों की बोली में बदलाव और पलायन के चलते इसे मियों का बाड़ा बुलाया जाने लगा। नाम परिवर्तन में विवाद होने को वजह यह भी हो सकती है कि एक समुदाय विशेष को स्थानीय भाषा मे मियां कहा जाता है।
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘मियां का बाड़ा’ अकेले महेश नगर नहीं बना है बल्कि अजमेर जिले के किसनगढ़ के सलेमाबाद का नाम भी बदलकर श्री निंबार्क तीर्थ कर दिया गया है। सलेमाबाद के सरपंच रणधीर सिंह ने बताया कि नाम यहां के रहने वाले जागीरदार सलीम खान के नाम पर पड़ा था। लेकिन यहां हिंदूओं के निंबार्क तीर्थ होने की वजह से लंबे समय से इसका नाम बदलने की मांग हो रही थी, यहां पर मात्र एक मुस्लिम परिवार है।
बता दें कि अभी हाल ही में केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपायध्य रखा है।