राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार और जनता दल-युनाइटेड (जदयू) के सदस्य हरिवंश नारायण सिंह को गुरुवार (9 अगस्त) को राज्यसभा का उपसभापति चुना गया। हरिवंश को राजग ने अपने उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतारा था। हरिवंश ने विपक्ष के उम्मीदवार बी.के. हरिप्रसाद को 20 वोटों से हराया। हरिवंश को 125 जबकि हरिप्रसाद को 105 वोट मिले। मतदान में दो सदस्यों ने हिस्सा नहीं लिया। सदन में कुल 232 सदस्य मौजूद थे।
दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) ने राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए हुए चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया। उपसभापति पद के लिए हुए मतदान में आप के तीनों सदस्यों ने हिस्सा नहीं लिया। पार्टी सांसद ने बुधवार को ही स्पष्ट कर दिया था कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से हरिप्रसाद के लिए समर्थन मांगेगे तब ही वे उन्हें वोट देंगे।
आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार व जेडीयू नेता हरिवंश का समर्थन करने के बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अनुरोध को ठुकरा दिया है, क्योंकि उन्हें बीजेपी का समर्थन प्राप्त है। बता दें कि आप के राज्यसभा में तीन सदस्य हैं। आप नेता संजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस का रवैया देखकर ही हमने राज्यसभा के उप सभापति के लिए वोटिंग से किनारा करने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस विपक्ष की एकता में सबसे बड़ी बाधा है। बता दें कि राज्यसभा में उप-सभापित पद के होने वाले चुनाव से कुछ घंटे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार की देर रात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बात की और पार्टी उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह के लिए आप का समर्थन मांगा।
AAP का राहुल गांधी पर हमला
कांग्रेस के उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद को ‘बिना मांगे समर्थन’ नहीं देने के AAP के फैसले पर कांग्रेस और आप नेताओं के बीच जमकर तकरार हुई। AAP नेता संजय सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘अगर राहुल गांधी नरेंद्र मोदी को गले लगा सकते हैं, तो वह अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए अरविंद केजरीवाल से समर्थन क्यों नहीं मांग सकते?’ सिंह ने कहा कि विपक्षी एकता में सबसे बड़ा रोड़ा कांग्रेस और उसके नेता ही हैं।
उन्होंने कहा कि उपसभापति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार डॉ. हरिवंश के लिए नीतीश कुमार ने ओडिशा के मुख्यमंत्री को फोन कर समर्थन मांगा, नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से फोन कर समर्थन मांगा और अन्य दलों के नेताओं से भी समर्थन मांगा। इसमें प्रोटोकॉल आड़े नहीं आया। लेकिन राहुल गांधी ने अपने उम्मीदवार के लिए हमसे समर्थन ही नहीं मांगा।
संजय सिंह ने कहा कि ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि जो आदमी अपनी पार्टी के लिए वोट ही नहीं मांग सकता वह अपनी पार्टी को जिताएगा कैसे। इससे पहले भी संजय सिंह ने बुधवार को ट्वीट कर कहा था, ‘नीतीश कुमार जी ने अरविंद केजरीवाल जी से बात कर जेडीयू उम्मीदवार के लिए समर्थन मांगा। चूंकि वह बीजेपी समर्थित उम्मीदवार हैं, उनका समर्थन करना संभव नहीं है। राहुल गांधी जी अपने उम्मीदवार के लिए समर्थन नहीं चाहते हैं… ऐसे में आप के पास चुनाव के बहिष्कार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।’
कांग्रेस ने किया पलटवार
कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा सीएम केजरीवाल से समर्थन मांगने की शर्त पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर आप नेता संजय सिंह पर पलटवार किया है। मुखर्जी ने ट्वीट कर कहा ‘राहुल गांधी को ऐसे व्यक्ति से समर्थन मांगने की क्या जरूरत जिसने अपनी मांग पूरी करने की शर्त पर 2019 में मोदी का समर्थन करने और चुनाव प्रचार करने की पहल की हो।’
Why should @RahulGandhi seek support from a person who openly pledged to support & campaign for Modi in 2019 provided a demand of his is met. Politics is a battle of ideologies, not a playground for opportunists indulging in quid pro quo https://t.co/n1qagYfH9b
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) August 9, 2018
बता दें कि केजरीवाल ने हाल ही में कहा था कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग पूरी होने पर वह अगले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में प्रचार करेंगे। मुखर्जी ने 2013 में आप सरकार के गठन में कांग्रेस के समर्थन का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि आप ने भारत के चीफ जस्टिस के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के मामले में भी बीजेपी का समर्थन किया था।
AAP supported the BJP on the issue of signing the impeachment motion against the Cheif Justice of India. 2/3
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) August 9, 2018
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक अन्य ट्वीट कर कहा, ‘आप कहती है कि राजनीति में अहंकार नहीं चलता है। यह बात बिल्कुल सही है और यही वजह है कि केजरीवाल ने बीजेपी को समर्थन देने के लिए राज्यसभा में मतदान से खुद को दूर रखा।’
AAP fields candidates in State elections where they have zero relevance just to cut into Congress votes & help BJP win. 3/3
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) August 9, 2018
हालांकि इसके जवाब में केजरीवाल के सलाहकार नागेन्द्र शर्मा ने ट्वीट कर कहा ‘फिर कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेताओं ने आप के एक वरिष्ठ नेता को बुधवार को गुपचुप तरीके से फोन कर समर्थन क्यों मांगा था।’ शर्मा ने मुखर्जी से पूछा कि अगर वह चाहेंगी तो इन नेताओं के नाम भी उजागर किए जा सकते हैं।
Then why did three senior Congress leaders secretly call AAP yesterday ?? If you want names can be made public as soon as you want.
— Nagendar Sharma (@sharmanagendar) August 9, 2018
नागेन्द्र शर्मा के इस ट्वीट इस पर शर्मिष्ठा मुखर्जी ने तंज कसते हुए लिखा है कि बस 3? मैंने सोचा 30! यही कारण है कि आपको टाइप करने में इतनी देर लग रही है।
Just 3? I thought 30! That’s why your inefficient stenos are taking so long to type out the list? https://t.co/ZbrNGWKntA
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) August 9, 2018