देश के प्रमुख हिंदी समाचार चैनल ABP न्यूज में इन दिनों भारी उथल पुथल देखने को मिल रहा है। मोदी सरकार के आलोचक के रूप में चैनल में कार्यरत प्रमुख नामों को या तो इस्तीफा देने पर मजबूर किया जा रहा या उन्हें रिपोर्ट ना करने के लिए कहा जा रहा है। मोदी सरकार के कार्यों को लेकर सवाल पूछने वाले चैनल में कार्यरत कई पत्रकारों को तो जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है।
ABP न्यूज़ में पिछले 24 घंटों में जो कुछ हो गया, वह काफी भयानक है। 24 घंटे के अंदर चैनल के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर और वरिष्ठ पत्रकार व एंकर पुण्य प्रसून बाजपेयी ने ABP न्यूज से इस्तीफा दे दिया है। प्रसून के अलावा अभिसार शर्मा को भी लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है। बता दें कि बाजपेयी का ‘मास्टर स्ट्रोक’ शो हर रोज सोमवार से शुक्रवार रात 9 बजे आता था।
माना जा रहा है कि मिलिंद खांडेकर और पुण्य प्रसून बाजपेयी की विदाई ‘मास्टरस्ट्रोक’ के कारण ही हुई है। देश के वरिष्ठ पत्रकारों में से एक बाजपेयी अपने शो ‘मास्टर स्ट्रोक’ से मोदी सरकार की नाकामियों और जनता से किए कथित झूठे वादों का सच उजागर कर रहे थे। जिसके चलते अब उन्हे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया है। बाजपेयी के इस्तीफे के बाद अब ‘मास्टर स्ट्रोक’ शो को भी चैनल ने बंद कर दिया है।
सोशल मीडिया पर घमासान
ABP न्यूज़ में जारी घमासान को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है। यह विवाद और तब और बढ़ गया जब मिलिंद खांडेकर के बाद गुरुवार को पुण्य प्रसून बाजपेयी की भी विदाई हो गई। साथ ही प्रसून के प्रोग्राम ‘मास्टरस्ट्रोक’ को भी बंद कर दिया गया। सोशल मीडिया यूजर्स अपने-अपने अंदाज में ट्वीट कर मजा लेने के साथ ABP न्यूज और मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। एक यूजर्स ने तंज सकते हुए लिखा है, “जैसे ही ख़बरें ‘ठीक’ हुईं सिग्नल भी ठीक हो गया।” देखिए कुछ चुनिंदा ट्वीट्स:-
जैसे ही ख़बरें ‘ठीक’ हुईं सिग्नल भी ठीक हो गया। ?
— Umashankar Singh (@umashankarsingh) August 2, 2018
शुक्र मनाइए कि इमरजेंसी अघोषित है इसलिये केवल नौकरी जा रही है। घोषित होती तो जेल में डाल दिये जाते।
— MANJUL (@MANJULtoons) August 2, 2018
आज एक टीवी न्यूज़ चैनल के संपादक से मुलाक़ात हुई।उसकी आँखें नम थीं।वो बस इतना बोला कि “ जिस मीडिया में काम करने का सपना लेकर यहाँ आए थे,वो तो दम तोड़ चुका।बस अब उसकी लाश को ही ढो रहे हैं।”
— Vinod Kapri (@vinodkapri) August 2, 2018
Absolutely unacceptable muzzling of press freedom through sackings of journalists at @abpnewstv. What on earth does this government think it’s doing? The press needs to unite on this , @IndEditorsGuild let’s have some action
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) August 2, 2018
To know who your oppressor is, simply find out whom you are not allowed to criticise.
The #ABPNews madness makes it clear.
Don't you wish you'd stood up for freedom before it was lost to tyranny? You saw the signs, but didn't listen. Cowardice is the worst kind of complicity.
— VISHAL DADLANI (@VishalDadlani) August 2, 2018
Tonight at 9pm: we look at the fallout of what happened at ABP news. Is there government pressure on the media to fall in line? And what does the media need to do? Watch the show this evening
— Nidhi Razdan (@Nidhi) August 3, 2018
Between 9 and 10 pm for last 10 days, signal of @ppbajpai show on @abpnewstv would go to black, start blinking. This is the most outrageous use of state power to interfere with media indep. And yet,no one, including the channel, dares speak out! इतना सन्नाटा क्यों? किसका डर है?
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) August 2, 2018
https://twitter.com/divyaspandana/status/1025044897714393090
https://twitter.com/Neha____Sharma/status/1025267308283998208
पत्रकार का सनसनीखेज दावा
ABP न्यूज में जारी उथल पुथल के बीच एक वरिष्ठ पत्रकार ने सनसनीखेज दावा किया है। वरिष्ठ पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने ट्वीट कर दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले दिनों संसद में कथित तौर पर पत्रकारों से कहा था कि वह ABP न्यूज़ को सबक सिखाएंगे। पत्रकार के मुताबिक शाह ने कहा था, ‘बहुमत हमारी है।’
And more chilling @AmitShah had told some senior journalists in Parliament that "he would fix ABP" & thundered "bahumat hamari hai" (we have the majority" just this week https://t.co/dTZvwkO8mW
— Swati Chaturvedi (@bainjal) August 3, 2018
पुण्य प्रसून बाजपेयी ने दिया इस्तीफा
बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने गुरुवार (2 अगस्त) को ABP न्यूज से इस्तीफा दे दिया। चैनल में मौजूद सूत्रों के मुताबिक बाजपेयी ने गुरुवार को विदाई से पहले सभी सहयोगियों से मुलाकात की। एक पत्रकार ने ‘जनता का रिपोर्टर’ से कहा कि बाजपेयी के विदाई के वक्त पूरा माहौल बहुत ही भावुक और उदासी भरा था। चैनल से जाते वक्त उन्होंने सभी के ‘अच्छे भविष्य’ की कामना की।
चैनल में मौजूद सभी कर्मचारियों ने बाजपेयी को दरवाजे तक छोड़ा। बाजपेयी से उनके इस्तीफे पर प्रतिक्रिया लेने के लिए जब ‘जनता का रिपोर्टर’ ने उनके पास फोन किया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। हालांकि उन्होंने मैसेज किया कि क्या मैं आपको बाद में फोन कर सकता हूं? फिलहाल उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है जैसे ही उनका जवाब आएगा हम खबर में अपडेट करेंगे।
मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर की भी हुई विदाई
बता दें कि पुण्य प्रसून बाजपेयी से एक दिन पहले बुधवार (1 अगस्त) को ABP न्यूज़ के मैनेजिंग एडिटर और डिजिटल डिपार्टमेंट के हेड मिलिंद खांडेकर ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि उनके इस्तीफे की वजह सामने नहीं आयी है, लेकिन उनके अचानक चैनल से चले जाने को हाल में मोदी सरकार के मंत्री द्वारा चैनल के कवरेज की गई आलोचना से जोड़कर देखा जा रहा है।
अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए मिलिंद ने बुधवार (1 अगस्त) रात ट्वीट किया, “14 साल और आठ दिनों के बाद अब समय आ गया है कि जीवन में आगे बढ़ा जाए। आज ABP न्यूज़ में बतौर मैनेजिंग एडिटर मेरा आखरी दिन था। मेरी ज़िन्दगी का हिस्सा बनने के लिए आप सब का शुक्रिया।”
अभिसार शर्मा को छुट्टी पर भेजा गया
वहीं मिलिंद खांडेकर और पुण्य प्रसून बाजपेयी के इस्तीफे के अवाला चैनल के एक और वरिष्ठ एंकर अभिसार शर्मा को 15 दिनों के लिए छुट्टी पर भेज दिया गया है। बता दें कि अभिसार शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार के सबसे भयंकर आलोचकों में से एक रहे हैं। वह अपनी रिपोर्ट और वीडियो ब्लॉग के माध्यम से मोदी सरकार की कमियों को उजागर करते आ रहे हैं।