कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी आज यानी गुरुवार (5 जुलाई) को अपनी सरकार का पहला बजट पेश किया। उन्होंने किसानों को तोहफा देते हुए उनके कर्ज माफी की घोषणा की है। बता दें कि विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस और जेडीएस ने अपने-अपने घोषणापत्र में इसका ऐलान किया था। कांग्रेस और जेडीएस की सरकार ने अपने पहले बजट में वादा निभाते हुए किसानों का 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने का ऐलान किया है।
(AP)मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने किसानों की कर्जमाफी के लिए 34,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। हालांकि कुमारस्वामी सरकार ने एक तरफ जहां किसानों का कर्ज माफ किया है तो वहीं दूसरी ओर टैक्स बढ़ाकर पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा दिए है। उन्होंने पेट्रोल की कीमत में 30 से 32 फीसदी ओर डीजल की कीमत में 19 से 21 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इससे पेट्रोल के दाम में 1.14 प्रतिलीटर और डीजल 1.12 प्रतिलीटर बढ़ा दिए हैं।
I have decided to limit the loan amount to Rs 2 lakhs. Due to this crop loan wiaver scheme, farmers will get the benefit of Rs 34,000 crore: HD Kumaraswamy while presenting the budget in Vidhana Soudha pic.twitter.com/CKeVaXv9Yx
— ANI (@ANI) July 5, 2018
I propose to increase the rate of tax on petrol from the present 30% to 32% and diesel from 19% to 21%, so petrol price will be increased by Rs.1.14/ltr and diesel by Rs 1.12/ltr: Karnataka CM HD Kumaraswamy while presenting the budget pic.twitter.com/9VqBhtEkGU
— ANI (@ANI) July 5, 2018
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने बजट पेश करने के दौरान कहा, “मैंने माफ किए जाने वाले कर्ज की रकम की सीमा अधिकतम दो लाख रखने का फैसला किया है। फसल ऋण मोचना योजना के अंतर्गत किसानों को लगभग 34 हजार करोड़ रुपए का लाभ होगा।” बता दें कि वित्त मंत्रालय खुद सीएम कुमारस्वामी के पास है। किसानों के हित के लिए उठाए गए इस कदम से करीब 25 हजार किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कर्नाटक बजट को लेकर कहा है, ‘कर्नाटक बजट की पूर्व संध्या पर मुझे पूरा विश्वास है कि हमारी कांग्रेस-जदएस गठबंधन वाली सरकार अपने वादे को निभाते हुए किसानों के कर्ज को माफ करेगी और खेती को अधिक लाभदायक बनाएंगे। यह बजट हमारी सरकार के लिए पूरे देश के किसानों में एक उम्मीद की रोशनी बनाने का मौका है।’