राजस्थान के विवादास्पद IAS अधिकारी संजय दीक्षित एक बार फिर से ‘फेक न्यूज़’ पोस्ट करने के बाद सोमवार (11 जून) को उन्हें सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। साथ ही कोलकाता पुलिस द्वारा कार्रवाई की धमकी दिए जाने के बाद संजय दीक्षित ने अपने फर्जी ट्वीट को फौरन डिलीट कर दिया। बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब इस अधिकारी को फर्जी खबर शेयर करने को लेकर सोशल मीडिया पर शर्मिंदगी झेलनी पड़ी हो।
दरअसल, ईद से पहले सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल में सरकारी छुट्टी का ऐलान करती एक फेक चिट्ठी वायरल हो रही है। इस चिट्ठी में लिखा है कि ईद के देखते हुए ममता सरकार ने चार दिन की छुट्टी का ऐलान किया है। पश्चिम बंगाल सहित देश के कई अन्य राज्यों में ईद से पहले यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर जमकर शेयर की जा रही है।
पश्चिम बंगाल की तरफ से नोटिफिकेशन की इस चिट्ठी में लिखा है कि ईद के लिए सरकार ने 4 दिन की छुट्टी का ऐलान किया है। चिट्ठी में लिखा है कि ईद 12 से 15 जून के बीच पड़ सकती है, इसलिए राज्यपाल मे 12 से 15 जून तक छुट्टी का ऐलान किया है। इसके साथ ही 16 जून को छुट्टी पहले से ही निर्धारित है। इसके आगे चिट्ठी में कहा गया है कि इस दौरान राज्य के सभी विभागों के दफ्तर बंद रहेंगे।
जबकि हकीकत में यह फर्जी खबर है। इस फर्जी चिट्ठी को संजय दीक्षित ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया। संजय दीक्षित ने अपने ट्वीट में बेहद विवादित शब्दों का इस्तेमाल करते हुए लिखा है कि ‘इस्लामिक स्टेट ऑफ पश्चिम बांग्लादेश’ ने ईद के लिए अब तक की सबसे लंबी अवकाश घोषित की है। साथ उन्होंने आगे लिखा है कि इस दौरान उन्हें 5 दिन तक मुफ्त वेतन मिलेगा।
सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल होने के बाद कोलकाता पुलिस ने इस चिट्ठी को शेयर कर लोगों को चेताया है कि ये चिट्ठी फेक है। पुलिस ने ट्विटर पर लिखा, ‘ईद की छुट्टियों को लेकर सोशल मीडिया पर एक फेक नोटिफिकेशन शेयर किया जा रहा है। ये गलत है। इसके पीछे जो मास्टरमाइंड हैं उन्हें कानून के तहत सजा दी जाएगी।’
A fake notification is doing the rounds in social media about Eid Holidays. It is false. Those who have masterminded this will be strictly dealt with as per law. pic.twitter.com/y5rRAa7QDP
— Kolkata Police (@KolkataPolice) June 10, 2018
कोलकाता पुलिस द्वारा कार्रवाई की चेतावनी दिए जाने के बाद संजय ने अपना ट्वीट फौरन डिलीट कर दिया। लेकिन ट्वीट डिलीट करने के बाद भी सोशल मीडिया यूजर्स संजय दीक्षित को जमकर ट्रोल कर रहे हैं। बता दें कि इससे पहले ही पिछले साल हिंदुत्व समर्थक और इस्लाम विरोधी ट्वीट के लिए प्रसिद्ध संजय ने पोस्टकार्ड न्यूज वेबसाइट की एक ख़बर ट्विटर पर पोस्ट की थी।
जिसमें दावा किया गया था कि कर्नाटक सरकार द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि गणेश चतुर्थी के जश्न में शामिल होने के लिए हिंदू श्रद्धालुओं से 10 लाख रुपये की मांग की गई है। फर्जी न्यूज ट्वीट कर आलोचनाओं का शिकार हुए संदीप दीक्षित ने बाद में अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया था।