कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में 60 लाख ‘फर्जी वोटर’ होने का किया दावा, कहा- 26 जगहों पर दर्ज है 1 ही मतदाता का नाम, शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने दिए जांच के आदेश

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मध्य प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले कथित फर्जी वोटरों का मामला तुल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस का दावा है कि राज्य में कुल 60 लाख फर्जी वोटर हैं। मतदाता सूची में गड़बड़ी की शिकायत को लेकर कांग्रेस ने रविवार (3 जून) को चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है। पार्टी ने साथ ही आयोग को कुछ सबूत भी सौंपे हैं। इसके बाद चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट में इस कथित गड़बड़ी के जांच के आदेश दे दिए हैं। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक मामले में पूरी रिपोर्ट 7 जून को पेश की जाएगी।

PHOTO: @JM_Scindia

कांग्रेस का आरोप है कि 1 जनवरी 2018 को प्रकशित हुई मतदाता सूची में 60 लाख फर्जी वोटर हैं। कांग्रेस का दावा है कि 100 विधानसभा की मतदाता सूची का निरीक्षण किया गया है, जिसमें पाया गया है कि एक ही मतादाता का नाम 26 जगहों पर है। पार्टी का दावा है कि कई और जगहों पर भी ऐसे मामले हुए हैं। कांग्रेस ने इसके पीछे राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की साजिश का आरोप भी लगाया है। साथ ही पूरे मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग भी की है।

कांग्रेस ने इस संबंध में रविवार को बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये दावा किया है और सबूत पेश किए हैं। रविवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान कमलनाथ ने बताया कि हमने 100 विधानसभा क्षेत्रों में छानबीन कराई है, जहां 60 लाख फर्जी वोटर की सूची का पता चला है।

प्रेस कॉन्फेंस के दौरान मीडिया से बात करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, ‘हमने चुनाव आयोग को तकरीबन 60 लाख फर्जी वोटरों के मामले में सबूत सौंप दिए हैं। वोटर लिस्ट में इन नामों को जानबूझकर जोड़ा गया है। यह प्रशासनिक लापहवाही नहीं बल्कि प्रशासनिक दुरुपयोग है।’ कांग्रेस का आरोप है कि नए मतदाताओं के जरिए बीजेपी ने सत्ता हासिल की थी और वह एक बार फिर वहीं कोशिश कर रही है।

वहीं कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि उन्होंने 60 लाख फर्जी मतदाता होने के सबूत के साथ चुनाव आयोग से शिकायत की है, चुनाव आयोग ने कांग्रेस को लिस्ट में सुधार का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा, ‘यह सब बीजेपी का किया धरा है। यह कैसे संभव है कि 10 वर्षों में जनसंख्या 24 फीसदी बढ़ी लेकिन वोटरों की संख्या 40 फीसदी बढ़ गई? हमने हर विधानसभा की मतदाता सूची की जांच की। 1 ही मतदाता का नाम 26 सूचियों में है और इसी तौर के मामले अन्य जगहों पर भी हैं।’

चुनाव आयोग से कांग्रेस ने की ये 5 मांगे:-

1. वोटर लिस्ट की दुबारा जांच हों।

2. हर रिटर्निंग ऑफिसर से सर्टिफिकेट मांगा जाना चाहिए।

3. जिन्होंने बोगस वोटर को शामिल किया हो उनपर कार्रवाई की जाए।

4. अगली सूची में भी अगर गड़बड़ी पाई जाती है तो अधिकारी पर कार्रवाई की जाए।

5. दोषियों को 6-10 साल तक किसी भी मतदान कार्य प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाए।

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