विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार (29 मई) को अपनी उस टिप्पणी को लेकर माफी मांगी, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के जनकपुर के अपने हालिया दौरे पर लाखों ‘भारतीयों’ को संबोधित किया। नेपाल के एक सांसद समेत ट्विटर के अन्य यूजर्स द्वारा जब उन्हें ध्यान दिलाया गया कि जनकपुर में उन्होंने नेपाली लोगों को संबोधित किया था न कि भारतीयों को, इसके बाद सुषमा ने ट्वीट कर माफी मांगी।
Express Photo by Prem Nath Pandeyविदेश मंत्री ने ट्वीट किया, “यह मेरी तरफ से हुई गलती थी। मैं पूरी गंभीरता से इसके लिए माफी मांगती हूं।” एनडीए सरकार की चौथी वर्षगांठ के मौके पर नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फेंस को संबोधित करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि नरेंद्र मोदी से पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने इतने बड़े स्तर पर भारतीय प्रवासियों तक पहुंचने का प्रयास नहीं किया।
This was a mistake on my part. I sincerely apologise for this. pic.twitter.com/S1CpLv8uu0
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) May 28, 2018
इस ट्वीट में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उस वीडियो को भी पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने कहा था, “आप जानते हैं कि आज से पहले, इस सरकार के आने से पहले, कभी किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने, भारतीय समुदाय के साथ इस पैमाने पर संबोधन करके कभी जुड़ाव नहीं किया, लेकिन पहले प्रधानमंत्री हैं नरेंद्र मोदी जिन्होंने अमेरिका के मेडिसन स्क्वायर से लेकर जनकपुर के मैदान तक लाखों लाख भारतीय को संबोधित करके सीथे उनके साथ जुड़ाव करने की…”
सुषमा स्वराज के इस चूक पर नेपाल के एक सांसद ने भी आपत्ति जताई। नेपाली कांग्रेस के नेता और सांसद गगन थापा ने ट्वीट कर कहा कि भले ही सुषमा स्वराज ने अपनी टिप्पणी को लेकर खेद जताया हो, लेकिन हर कोई इससे हैरान है। आखिर कन्फ्यूजन क्या था या फिर यह गलती से ‘नेपाल की संप्रभुता’ में दखल था? यह हमें बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है।
Regrettable that India’s External Affairs Minister @SushmaSwaraj described Janakpur’s population that @narendramodi greeted as Indians.
One wonders what the confusion was,or if this was casual undermining of Nepal’s sovereignty.
Either way, @IndiaInNepal,it is unacceptable.
— Gagan Thapa (@thapagk) May 28, 2018
बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेपाल के दौरे पर गए थे। यहां पीएम मोदी ने सीता माता की जन्मस्थली जनकपुर का भी दौरा किया था। पीएम मोदी के सम्मान में यहां एक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था। पीएम मोदी ने नागरिक अभिनंदन समारोह में जनकपुर में भारत और नेपाल के संबंधों को युगों पुराना बताया था। उन्होंने कहा था कि नेपाल के बिना भारत के धाम भी अधूरे हैं और राम भी। दोनों देशों की दोस्ती किसी रणनीति या कूटनीति की मोहताज नहीं है।