पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने सोमवार (14 मई) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखकर पीएम नरेंद्र मोदी की शिकायत की है। राष्ट्रपति को लिखे पत्र में मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी की भाषा को लेकर शिकायत की है। मनमोहन सिंह सहित कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने राष्ट्रपति को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी की ‘धमकाने वाली’ भाषा पर सवाल खड़े किए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री सिंह ने राष्ट्रपति से कहा कि वह पीएम मोदी की ओर से ‘बेबुनियाद’, ‘धमकी भरी’ और ‘डराने वाली’ भाषा का इस्तेमाल कांग्रेस नेताओं के खिलाफ न करने के लिए कहें।
मनमोहन सिंह सहित अन्य नेताओं ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी का व्यवहार प्रधानमंत्री पद की मर्यादा के अनुकूल नहीं है। यह प्रधानमंत्री पद के लिए शोभा नहीं देता है। राष्ट्रपति को लिखे गए पत्र में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी अपने हस्ताक्षर किए हैं। इन नेताओं में पी. चिदंबरम, अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, मुकुल वासनिक, मोतीलाल वोरा, अंबिका सोनी, आनंद शर्मा, एके एंटनी और अहमद पटेल जैसे नेता शामिल हैं।
राष्ट्रपति को लिखे इस चिट्ठी में खासतौर पर प्रधानमंत्री मोदी के हुबली में दिए गए भाषण का जिक्र किया गया है, जिसमें कांग्रेस नेताओं का मानना है कि पीएम मोदी ने उन्हें धमकाने की कोशिश की। चिट्टी के साथ पीएम मोदी ने भाषण का वीडियो भी भेजा गया है।
दरअसल कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 6 मई को हुबली में भाषण के दौरान कहा था, “जिस पार्टी के मुखिया जमानत पर चल रहे हैं, वे हमसे सवाल पूछ रहे हैं। कांग्रेस के नेता कान खोलकर सुन लीजिए, अगर सीमाओं को पार करोगे… तो ये मोदी है… लेने के देने पड़ जाएंगे।”। मनमोहन सिंह ने अपनी चिट्ठी में पीएम मोदी के इस बयान का जिक्र किया है।
PM Modi shows the mirror to the ‘Out on Bail’ Gandhi family! #YuvakaraJotheModi pic.twitter.com/UUJgOyHXSn
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 7, 2018
गौरतलब है कि इससे पहले मनमोहन सिंह ने कर्नाटक चुनाव में भी भाषा को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि पीएम जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं वैसा आज तक किसी भी प्रधानमंत्री ने नहीं किया है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे देश के किसी भी प्रधानमंत्री ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं किया है, जैसा मोदी दिन-रात करते हैं। यह प्रधानमंत्री के लिए शोभा नहीं देता कि वह इतना नीचे गिर जाएं और यह पूरे देश के लिए भी अच्छा नहीं है।’
हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री की ओर से लिखी इस चिट्ठी पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से खबर लिखे जाने तक कोई प्रतिक्रिया नहीं है। गौरतलब है कि कर्नाटक चुनाव में भी बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच तल्खी चरम पर पहुंच गई थी और दोनों ही ओर से बयान दिए जा रहे थे।