पिछले दिनों राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ किंग्स इलेवन पंजाब की करारी हार के बाद मीडिया में खबरें आईं थीं कि टीम की सह-मालकिन प्रीति जिंटा की टीम के मेंटर वीरेंद्र सहवाग से तीखी बहस हुई है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि प्रीति टीम में खिलाड़ियों के चुनाव और उनके बल्लेबाजी क्रम को लेकर असहमत नजर आ रहीं थीं। दोनों की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी जिसमें दोनों एक दूसरे से असहमत नजर आ रहे थे।
AFPहालांकि, सोशल मीडिया पर सहवाग के साथ नोकझोंक की खबर वायरल होने के बाद प्रीति जिंटा ने अखबार में छपी इस रिपोर्ट को अफवाह करार देते हुए करारा हमला बोला है। और सहवाग के साथ विवाद की खबरों का खंडन किया है। जिंटा ने उस मीडिया संस्थान को लताड़ लगाई है, जिसने सहवाग के साथ उनकी बातचीत पर लेख लिखा है। प्रीति जिंटा ने इस खबर को ‘फेक’ (झूठा) करार दिया है।
दरअसल, मुंबई मिरर अखबार की इस रिपोर्ट में यह तक कहा गया था कि सहवाग इस बहस से इतने नाराज हैं कि इस आईपीएल सीजन के बाद किंग्स इलेवन टीम को छोड़ सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि राजस्थान से हार के बाद प्रीति काफी गुस्से में थीं और उन्होंने पंजाब के प्रदर्शन को लेकर सहवाग से कड़े शब्दों में सवाल-जवाब किए। सहवाग प्रीति के इस तरह से उनसे बात करने को लेकर आहत हैं और वो पंजाब की टीम के साथ अपने पांच साल पुराने संबंध को भी खत्म कर सकते हैं।
बहरहाल, प्रीति ने इन आरोपों से पूरी तरह से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी बातचीत को संदर्भ से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर प्रीति ने लिखा, ‘मुंबई मिरर ने एक बार फिर गलती की क्योंकि हम मीडिया को आर्टिकल लिखने के लिए भुगतान नहीं करते। केवल इसी समय वे सही होते हैं। मेरे और वीरू के बीच की बातचीत को संदर्भ से काफी बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया और अचानक मैं विलेन बना दी गई। #fakenews’
Mumbai Mirror gets it wrong again because we didn’t do Media net & pay them to write articles cuz that’s the only time they get it right. A conversation between Viru & me has been blown out of proportion & suddenly I’m a Villian ! Wow ! #fakenews https://t.co/qGOYhCiVtV
— Preity G Zinta (@realpreityzinta) May 11, 2018
अपने ट्वीट के साथ प्रीति ने हैशटैग लगाकर फेक न्यूज लिखा है। साथ ही उस खबर का लिंक भी दिया है जिसे वह झूठा बता रही हैं। मुंबई मिरर के अनुसार, प्रीति टीम की रणनीति और कांबिनेशन में प्रयोग से नाखुश थी। अखबार ने एक सूत्र के हवाले से लिखा था, ‘राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ कप्तान रविचंद्रन अश्विन को करुण नायर और मनोज तिवारी जैसे खालिस बैट्समैन पर तरजीह देते हुए तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। यह फैसला पूरी तरह गलत साबित हुआ और अश्विन बिना कोई रन बनाए आउट हो गए। प्रीति ने इस फैसले के लिए सहवाग को आड़े हाथ लिया।’
रिपोर्ट के अनुसार, ‘प्रीति ने जब सहवाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्लेइंग इलेवन में गैरजरूरी प्रयोग के कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा तो सहवाग ने इसके बारे में कारण बताने की कोशिश की।’ वहीं, इस मामले में किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से अब एक नया खुलासा हुआ है। पिछले मैच में किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से मोर्चा संभालने वाले खिलाड़ियों ने बताया कि प्रीति ने सहवाग से ऐसा कुछ नहीं कहा था, जिससे दोनों के बीच बात इतनी बढ़ गई।
किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि यह पिछले कुछ दिनों से प्रकाशित उन मीडिया आर्टिकल्स का जवाब है जिसमें किंग्स इलेवन के पिछले गेम में ‘असहमति’ के बारे में काफी कुछ लिखा गया है। इस स्टोरी से चर्चाओं को बल मिला है। हम किंग्स इलेवन की ओर से यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि प्रबंधकीय प्रक्रिया के अंतर्गत हम अपने अपने प्रदर्शन का हर मैच के बाद मैदान के बाहर आंकलन करते हैं।
यह दुर्भाग्यूपूर्ण है कि इस खुली और पारदर्शी प्रक्रिया को नकारात्मक तरीके से पेश किया जा रहा है। इससे न केवल हमारी बल्कि आईपीएल की छवि को भी नुकसान पहुंच रहा है। किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से कहा गया कि यह हमारी मानक परिचालन समीक्षा प्रक्रिया का हिस्सा है जो हमें अपने परिणामों का विश्लेषण करने में मदद करता है ताकि हम सभी पहलुओं पर सुधार जारी रख सकें। हालांकि अभी इस मामले में वीरेंद्र सहवाग की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया जबकि वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं।