पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और युवा नेता कन्हैया कुमार की शैक्षिक योग्यता को लेकर दक्षिणपंथी समूह के समर्थकों द्वारा फर्जी अफवाह फैलाया जा रहा है।बीजेपी और आरएसएस समर्थकों द्वारा सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाया जा रहा है कि कन्हैया कुमार जेएनयू में 11वीं बार फेल हो गए हैं।सबसे खास बात यह है कि कन्हैया विरोधी इस अभियान में मशहूर लेखक और सोशलाइट सुहेल सेठ भी शामिल हो गए है। सुहेल सेठ ने ट्वीट कर कहा कि किसी ने मुझे बताया कि कन्हैया कुमार जेएनयू में 11वीं बार फेल हो गए हैं। क्या ये अब उन्हें कांग्रेस पार्टी के लिए एक योग्य आवेदक बनाता है? क्यों करदाता इस लूजर शिक्षा के लिए धन दे रहे हैं।?
सुहेल सेठ ने यह ट्वीट 22 अप्रैल को रात 9 बजकर 58 मिनट पर किया था। जबकि इस अफवाह पर सुहेल सेठ के इस ट्वीट से पहले ही कन्हैया कुमार ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर सफाई दे दी थी। कन्हैया कुमार ने ट्वीट कर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थकों पर तंज कसा था। कन्हैया कुमार ने ट्वीट कर कहा है कि वे चाहें तो सूचना का अधिकार अधिनियम (आरटीआईं) का इस्तेमाल कर उनकी डिग्री के बारे में जान सकते हैं।
कन्हैया कुमार ने सुहेल सेठ से पहले 22 अप्रैल को दोपहर 3 बजकर 5 मिनट पर अपने ट्वीट में लिखा, ”जो लोग मोदी चालीसा के अलावा कुछ नहीं पढ़ते, उनको क्या मालूम कि पीएचडी में परीक्षा नहीं होती, थीसिस लिखी जाती है। मैं जेएनयू में पढ़ता हूं, वॉट्सएप यूनिवर्सिटी में नहीं और ना ही आज तक कभी फेल हुआ हूं। चाहो तो आरटीआई कर लो, मैं मोदी जी की तरह अपनी डिग्री दिखाने से मना भी नहीं करूंगा।”
सोशल मीडिया पर सुहेल सेठ को ट्रोल भी होना पड़ा। फर्जी ट्वीट को लेकर सुहेल सेठ सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी ट्वीट कर निशाना साधा है। प्रशांत भूषण ने कहा कि सुहेठ सेठ जैसे लोगों के साथ क्या किया जाना चाहिए जो आपराधिक निगमों के एजेंटों के रूप में लाखों रुपये कमाते हैं और पूरी तरह से झूठ बोलते हैं? मोदी के व्हाट्सएप विश्वविद्यालय में खुद पढ़ते हैं और बेहतरीन विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाले लोगों पर झूठा आरोप लगाते हैं।
So what should be done with people like @suhelseth who earn millions as paid agents of criminal corporates & spread utter vile lies? Are being educated in Modi's WhatsApp University & have the temerity to falsely accuse those who study in our finest University https://t.co/bTK2YQx3v3
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) April 24, 2018
हालांकि विवाद बढ़ने के बाद के बाद सुहेल सेठ ने बाद में सफाई दी। सुहेल सेठ ने ट्वीट कर कहा कि मुझे बताया गया कि कन्हैया कुमार के 11 बार फेल होने की खबर फर्जी है।
I have just been told that the news of @kanhaiyajnusu having failed 11 times is FAKE. But then he still has to submit a thesis for his doctoral degree. There could be nothing more earth shattering to now have a Dr Kanhaiya amidst us. Fate will deal academia a deathly blow.
— SUHEL SETH (@suhelseth) April 22, 2018