मोहन भागवत ने कहा- ‘राम मंदिर नहीं बना तो कट जाएंगी संस्कृति की जड़ें’, यूजर्स बोले- ‘मंदिर में 8 साल की मासूम के बलात्कार से संस्कृति की जड़े जुड़ रही है’

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा है कि यदि अयोध्या में राम मंदिर ‘फिर से नहीं बनाया गया’ तो ‘हमारी संस्कृति की जड़ें’ कट जाएंगी। भागवत ने पालघर जिले के दहानू में विराट हिंदू सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक आरएसएस प्रमुख ने कहा कि, ‘भारत में मुस्लिम समुदाय ने राम मंदिर नहीं तोड़ा। भारतीय नागरिक ऐसी चीजें नहीं कर सकते। भारतीयों का मनोबल तोड़ने के लिए विदेशी ताकतों ने मंदिरों को तोड़ा।’ उन्होंने कहा कि, ‘लेकिन आज हम आजाद हैं। हमें उसे फिर से बनाने का अधिकार है जिसे नष्ट किया गया था, क्योंकि वे सिर्फ मंदिर नहीं थे बल्कि हमारी पहचान के प्रतीक थे।’

भागवत ने कहा कि यदि (अयोध्या में) राम मंदिर फिर से नहीं बनाया गया तो भारत की संस्कृति की जड़ें कट जाएंगी। उन्होंने दावा किया कि इसमें कोई शक नहीं कि मंदिर वहीं बनाया जाएगा, जहां वह पहले था। आरएसएस प्रमुख ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए उन्हें देश के कई हिस्सों में हुई हालिया जातिगत हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया।

भागवत ने कहा कि, ‘जिनकी दुकानें बंद हो गईं (जो चुनाव में हार गए), वे अब लोगों को जाति के मुद्दों पर लड़ने के लिए उकसा रहे हैं।’ गौरतलब है कि 2 अप्रैल को देशभर में एससी-एसटी ऐक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित समुदाय के बंद के दौरान हिंसक झड़पें हुई थीं।

अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा लंबे अरसे से देश की राजनीति के केंद्र में है। यह विवाद अभी सुप्रीम कोर्ट में है। हाल ही में आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने इस मामले में दोनों पक्षों से मिलकर समाधान निकालने के लिए पहल की थी।

सोशल मीडिया पर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया

अयोध्या में राम मंदिर पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान को लोगों ने कठुआ गैंगरेप से जोड़ते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है। एक यूजर ने लिखा, मंदिर में एक 8 साल की मासूम बच्ची के बलात्कार से तुम्हारी संस्कृति की जड़े जुड़ रही हैं।’ वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा है, ‘एक और मंदिर बनवाना चाहते हो ताकी अब अयोध्या में कोई आसिफा जैसा केस सामने आए।’

बता दें कि कठुआ के गांव रसाना में आठ साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में आठ आरोपियों के खिलाफ सुनवाई सोमवार (16 अप्रैल) से शुरू होगी। आरोपियों पर आरोप है कि उन्होंने आठ साल की लड़की को जनवरी में एक सप्ताह तक कठुआ जिले के एक गांव के मंदिर में बंधक बनाकर रखा गया था और उसे नशीला पदार्थ देकर उसके साथ बार बार बलात्कार किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई थी। आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है जिसके खिलाफ एक पृथक आरोपपत्र दायर किया गया है।

https://twitter.com/Amzad621/status/985587649472741376

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