उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की करारी हार के बाद पार्टी में घमासान मच गया है। हालात यह है कि दोनों सीटों पर बीजेपी की हार के बाद अब विपक्षी नेताओं के साथ-साथ पार्टी के अंदर से ही सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बगावत के सुर तेज हो गए हैं। इतना ही नहीं सीएम योगी के अलावा बिना नाम लिए अब कई नेता खुलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी पर भी निशाना साधते हुए नसीहत देते हुए दिखाई दे रहे हैं।इशारों-इशारों में कोई पार्टी नेतृत्व को नसीहत दे रहा है तो कोई इस हार की मुख्य वजह बीजेपी की सरकार में पिछड़ों और दलितों की उपेक्षा को मुख्य वजह बता रहा है। बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने तो हार के लिए सीधे पार्टी नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सीएम योगी के बस का सरकार चलाना ही नहीं है। वहीं बीजेपी के एक और सीनियर नेता ने कहा कि अपनी सीट तक न जीत पाने वाले लोगों को बड़े पद देना लोकतंत्र में आत्महत्या करने जैसा है। इसके अलावा एक सांसद ने बीजेपी की करारी हार के लिए सीधे पार्टी नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया है।
शत्रुघ्न सिन्हा बोले- सभी सीट बेल्ट बांध लो…
पार्टी के खिलाफ हमेशा बागी तेवर अपनाने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने यूपी-बिहार उपचुनावों में पार्टी की करारी हार पर पार्टी नेतृत्व पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि यहां वास्तव में हमें सीट बेल्ट बांधने की आवश्यकता है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि लंदन से भारत लौटते समय जेट एयरवेज में जोरदार स्वागत हुआ। कितना सुरक्षित और आरामदायक सफर था। लेकिन यहां भारत में यूपी-बिहार उपचुनाव के नतीजों को देखते हुए लगता है कि वास्तव में यहां हमें सीट बेल्ट बांधने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि यह परिणाम हमारे राजनीतिक भविष्य का संकेत है। हमें इन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में सिन्हा ने कहा कि, ‘मैं लगातार कहता रहा हूं कि अहंकार, गुस्सा और अतिआत्मविश्वास लोकतांत्रिक राजनीति में सबसे बड़े दुश्मन हैं। यह बात ट्रंप, मित्रों और विपक्षी नेताओं समेत सब पर लागू है।’ उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर बिना नाम लिए जहां पीएम मोदी पर हमला बोला वहीं बीजेपी को नसीहत देते हुए जीत के बाद अखिलेश यादव, बीएसपी प्रमुख मायावती और आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव व उनके बेटे तेजस्वी यादव को बधाई दी है।
…..I have been repeatedly saying that arrogance, short temper or overconfidence are the biggest killers in democratic politics, whether it comes from Trump, Mitron or opposition leaders….
Jai Hind!— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) March 15, 2018
सुब्रमण्यन स्वामी का योगी पर बड़ा हमला
वहीं बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में बिना नाम लिए सीएम योगी आदित्यनाथ पर बड़ा हमला बोला है। नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक टीवी चैनल से बातचीत में स्वामी ने कहा कि, ‘जो नेता अपनी सीट पर जीत नहीं दिला सकते, ऐसे नेताओं को बड़े पद देना लोकतंत्र में आत्महत्या करने जैसा है। जनता में जो लोकप्रिय हैं, वो किसी पद पर नहीं है। मैं समझता हूं कि इन सब चीजों को ठीक करने के लिए अब भी समय है।’
‘योगी के बस का सरकार चलाना नहीं है’
उधर ABP न्यूज के मुताबिक, पार्टी के वरिष्ठ नेता रमाकांत यादव ने कहा है कि पिछड़ों और दलितों की उपेक्षा के चलते उपचुनाव में बीजेपी को हार मिली है। यादव ने पार्टी नेतृत्व को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर पार्टी समय रहते सचेत नहीं हुई तो 2019 (लोकसभा चुनाव) में भी बीजेपी को करारी हार मिलेगी। साथ ही उन्होंने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री योगी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि, जिस प्रकार से पूजा पाठ करने वाले को मुख्यमंत्री बना दिया गया उनके बस का सरकार चलाना नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि पिछड़ों-दलितों को उनका हक मिलना चाहिए, सम्मान मिलना चाहिए जो योगी नहीं दे रहे। केवल एक जाति तक सीमित हैं। जब सरकार बनी थी तब सोचा गया था कि सभी को मिलाकर चलेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।रमाकांत के इस तेवर के बाद सवाल उठा कि क्या अब वो बीजेपी से अलग राह अख्तियार करेंगे। इस सवाल पर उन्होंने साफ किया कि वो पार्टी में बने रहेंगे और पार्टी को आगाह करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ने का कोई इरादा नहीं। मेरे लिए दल नहीं पिछड़ों दलितों का सम्मान जरूरी है। बता दें कि रमाकांत का नाम पूर्वांचल में बीजेपी के कद्दावर नेता के तौर पर लिया जाता है। वो आजमगढ़ से सांसद रहे हैं।
उपचुनाव में बीजेपी की करारी हार
बता दें कि उत्तर प्रदेश और बिहार में लोकसभा की तीन सीटों पर हुए उपचुनाव के बुधवार (14 मार्च) को आए नतीजों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर सीट और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की फूलपुर सीट पर बीजेपी हार गई है। दोनों सीटें समाजवादी पार्टी (सपा) के खाते में गई हैं। वहीं बिहार की अररिया सीट पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपना कब्जा बरकरार रखा है।
इसके अलावा जहानाबाद विधानसभा सीट भी आरजेडी के खाते में ही गई है। उपचुनाव में बिहार की सिर्फ भभुआ विधानसभा सीट पर बीजेपी का ‘कमल’ खिला है। गोरखपुर सीट पर सपा के प्रवीण निषाद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के उपेंद्र दत्त शुक्ला को 21 हजार 881 मतों से हराया।
वहीं, फूलपुर लोकसभा सीट पर सपा के नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के कौशलेंद्र सिंह पटेल को 59 हजार 460 वोटों से हरा दिया। जबकि अररिया सीट पर आरजेडी के सरफराज आलम ने बीजेपी के प्रदीप कुमार सिंह को 61,988 वोटों से हराया।
जहानाबाद विधानसभा सीट पर आरजेडी के कुमार कृष्ण मोहन ने जेडीयू के अभिराम वर्मा को 35036 के बड़े अंतर से मात दी। बिहार उपचुनाव में एकमात्र भभुआ विधानसभा सीट से बीजेपी को राहत मिली। यहां बीजेपी उम्मीदवार रिंकी रानी पांडे ने कांग्रेस के शंभू सिंह पटेल को 14866 मतों से पराजित किया।