अभी हाल ही राजस्थान की दो लोकसभा और एक विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को तगड़ा झटका लगा है, सभी सीटों पर बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी है। इस साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस शर्मनाक हार के बाद बीजेपी की टेंशन बढ़ गई है।
file Photo: PTIवहीं, दूसरी ओर इस हार के बाद बीजेपी में पार्टी लाइन से अलग अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी ही पार्टी पर तंज कसा है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि राजस्थान बीजेपी को तीन तलाक देने वाला पहला राज्य बन गया है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, ‘सारे रिकॉर्ड्स तोड़ने वाली सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी के लिए ब्रेकिंग न्यूज़- बीजेपी को तीन तलाक देने वाला पहला राज्य बन गया है राजस्थान। अजमेर- तलाक, अलवर- तलाक, मांडलगढ़- तलाक। हमारे विरोधियों ने अच्छे मार्जिन से इस चुनाव को जीता है, हमारी पार्टी को जोरदार झटका दिया है।’
Breaking news with record breaking disastrous results for ruling party – Rajasthan becomes first state to give BJP Triple Talaq. Ajmer: Talaq,Alwar : Talaq ,Mandalgarh: Talaq. Our opponents winning the elections with record margins, giving our party a jolt. 1>2
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) February 2, 2018
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि, ‘देर आए दुरुस्त आए, नहीं तो यह विनाशकारी नतीजे टाटा-बाए-बाए नतीजे भी हो सकते थे या हो जाएंगे। जाग जाओ बीजेपी, जय हिंद।’
Better late than never, otherwise the disastrous results could or would be soon reformed as Tata-Bye-Bye results. Wake up BJP. Jai Hind.@>2,
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) February 2, 2018
बता दें कि, शत्रुघ्न सिन्हा कई मुद्दों पर पार्टी और पीएम मोदी की आलोचना करते रहें है। नवंबर में ही उन्होंने पीएम मोदी, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी पर निशाना साधा था। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और जदयू के बागी नेता शरद यादव सहित विपक्ष के कई शीर्ष नेताओं के साथ मंच साझा करते हुए उन्होंने कहा था कि, ‘यदि एक वकील वित्त मंत्री बन सकता है, एक टीवी सेलेब्रिटी मानव संसाधन विकास मंत्री बन सकती है और एक चाय वाला प्रधानमंत्री बन सकता है… फिर मैं इन मुद्दों पर क्यों नहीं बोल सकता?’
बता दें कि, इससे पहले केंद्र और महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी इस हार पर तंज कसा था। पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा था कि, गुजरात चुनाव ट्रेलर था और राजस्थान उपचुनाव के नतीजे इंटरवल हैं। अब पूरी फिल्म 2019 में दिखाई जाएगी।
साथ ही उन्होंने कहा था कि, 2019 लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने के हमारे संकल्प से पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। एक बार तीर जब बाहर निकल जाता है तो उसके लौटने की संभावना नहीं रहती।
राजस्थान में BJP की करारी हार
बता दें कि राजस्थान और पश्चिम बंगाल की कुल तीन लोकसभा सीटों और दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे गुरुवार (1 फरवरी) को आ गए। राजस्थान में जहां कांग्रेस ने लोकसभा की दो और विधानसभा की एक सीट पर जीत दर्ज कर ली है वहीं पश्चिम बंगाल की दोनों सीटों पर तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, मांडलगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विवेक धाकड़ को जीत मिली है। धाकड़ ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी शक्ति सिंह हाडा को 12,976 मतों के अंतर से हराया है। अलवर सीट से कांग्रेस डॉ. करण सिंह यादव ने बीजेपी के जसवंत सिंह यादव को करीब 1,96,496 वोटों के अंतर से हरा दिया।
वहीं अजमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस के रघु शर्मा ने राम स्वरूप लांबा को करीब 80 हजार वोटों के अंतर से पराजित कर दिया। पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में बेहद बुरी हार देख चुकी कांग्रेस के लिए उपचुनावों में इस तरह का प्रदर्शन संजीवनी का काम करेगी। प्रदेश में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, लिहाजा उपचुनाव के परिणाम दोनों दलों के लिए काफी मायने रखते हैं।