बवाना आग हादसा: 17 लोगों की मौत के बाद फैक्ट्री मालिक को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

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राजधानी दिल्ली के बवाना स्थित शाहबाद डेरी औद्योगिक इलाके में एक अवैध पटाखा फैक्टरी में शनिवार (20 जनवरी) को लगी भीषण आग में 17 लोग जिंदा जल गए। इस हादसे में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और आरोपी फैक्ट्री मालिक मनोज जैन को भी गिरफ्तार कर लिया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटना पर दुख जताया है।

PHOTO: (Sanchit Khanna/HT Photo)

दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक जीसी मिश्र ने कहा कि हमने फैक्टरी से 17 शव बाहर निकाले हैं। मृतकों में 10 महिलाएं और सात पुरुष शामिल हैं। उन्होंने बताया कि हादसे के वक्त महिलाएं पटाखों की पैकिंग कर रही थीं। दिल्ली फायर विभाग के अधिकारी के मुताबिक पटाखा फैक्ट्री बिना एनओसी के चल रही थी।

CM ने बताया कि दिल्ली सरकार ने बवाना की फैक्ट्रियों में आग लगने की घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। दिल्ली सरकार ने जांच के आदेश जारी करते हुए कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने हादसे में मारे गए लोगों के लिए 5-5 लाख रुपये और घायलों के लिए 1-1 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।

चटाई फैक्टरी में बन रहा था पटाखा

हिंदुस्तान में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि बवाना के सेक्टर-5, एफ 83 में प्लास्टिक की चटाई बनाने की फैक्टरी है, लेकिन इसमें अवैध तरीके से पटाखे बनाए जा रहे थे। इस दौरान फैक्टरी की पहली मंजिल पर पटाखों में तेज धमाके के साथ आग लग गई। घटना के दौरान करीब 50 लोग इस इमारत में मौजूद थे। आग तेजी से पूरी इमारत में फैल गई। चारों तरफ लोग चीखने चिल्लाने लगे।

आग इतनी भयानक थी कि फैक्टरी से लोगों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिल सका। जान बचाने के लिए कुछ मजदूर तीसरी मंजिल से कूद गए। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आग सबसे पहले तल घर में लगी। यहां से वह फैक्टरी के अन्य हिस्सों में फैल गई। रिपोर्ट के मुताबिक, फैक्ट्री में आग जैसी अनहोनी से निपटने के लिए भी यहां कोई उपकरण मौजूद नहीं थे।

 

 

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