महंगाई की मार: अगस्त 2014 के बाद पेट्रोल की कीमत सबसे उच्‍चतम स्‍तर पर पहुंची, डीजल की कीमतों ने भी बनाया रिकॉर्ड

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अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी से भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें में आग लग गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी से डीजल की कीमत 60 रुपये और पेट्रोल 70 रुपये प्रति लीटर से ऊपर पहुंच गया है। जी हां, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों के दैनिक ईंधन मूल्य सूचना के अनुसार दिल्ली में सोमवार (15 जनवरी) को पेट्रोल के दाम 71.18 रुपये प्रति लीटर रहा, जो अगस्त 2014 के बाद सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं डीजल की कीमत दिल्ली में 61.74 रुपये लीटर के उच्च स्तर पर पहुंच गई।

प्रतीकात्मक फोटो

न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक वहीं मुंबई में यह 65.74 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बेचा जा रहा है जिसका कारण स्थानीय बिक्री कर या वैट का अधिक होना है। तेल कंपनियों के अनुसार 12 दिसंबर 2017 के बाद तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। उस दिन डीजल की कीमत 58.34 रुपये लीटर थी। पिछले एक महीने में इसमें 3.40 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई। इस दौरान पेट्रोल के दाम 2.09 रुपये लीटर बढ़े।

वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के व्यापार के दो प्रमुख मानकों (ब्रेंट और डब्ल्यूटीआई) में दिसंबर 2014 के बाद काफी तेजी आई है। पिछले सप्ताह ब्रेंट 70.05 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जबकि डब्ल्यूटीआई 64.77 डॉलर पर पहुंच गया। कच्चे तेल के दाम में वृद्धि के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने शुरू हो गए हैं।

Graphic: The Economic Times

इस स्थिति को देखते हुए सरकार से आम लोगों को राहत देने के लिए उत्पाद शुल्क में कटौती की मांग फिर से की जाने लगी है। बीजेपी नीत एनडीए सरकार ने अपने कार्यकाल में उत्पाद शुल्क में एक बार कटौती की है। अक्टूबर 2017 में जब दिल्ली में पेट्रोल का दाम 70.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 59.14 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया था, सरकार ने उत्पाद शुल्क में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है।

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