आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा उम्मीदवार एनडी गुप्ता (नारायण दास गुप्ता) को चुनाव आयोग ने सोमवार (8 जनवरी) को बड़ी राहत देते हुए उनकी राज्यसभा उम्मीदवारी को मंजूर कर लिया है। बता दें कि कांग्रेस की ओर से अजय माकन ने उनके खिलाफ लाभ के पद पर रहने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी। कांग्रेस ने एनडी गुप्ता की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की थी।हालांकि चुनाव आयोग के रिटर्निंग ऑफिसर ने कांग्रेस की शिकायत को खारिज करते हुए गुप्ता के हक में फैसला दिया। इससे एनडी गुप्ता को राज्यसभा सदस्य बनने का रास्ता साफ हो गया है। फैसले के बाद आम आदमी पार्टी ने कहा कि कांग्रेस नेता अजय माकन ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए यह बेबुनियाद आरोप लगाया था।
AAP के दूसरे राज्यसभा उम्मीदवार संजय सिंह ने कहा कि, ”सस्ती लोकप्रियता के लिए यह मुहिम चलाई जा रही थी, जिसका आज सच सामने आ गया। एनडी गुप्ता ने किसी लाभ के पद पर रहते हुए नामांकन नहीं किया था। कांग्रेस मानसिक दीवालियेपन का शिकार है। आज शाम साढ़े तीन बजे के आसपास प्रमाण-पत्र मिलेगा।”
दरअसल, कांग्रेस नेता अजय माकन ने आरोप लगाया था कि एनडी गुप्ता नेशनल पेंशन सिस्टम ट्रस्ट में ट्रस्टी हैं जो लाभ का पद है। ऐसे में उनकी उम्मीदवारी खारिज की जानी चाहिए। इसके जवाब में गुप्ता की ओर से कहा गया था कि वह ट्रस्ट से काफी पहले इस्तीफा दे चुके हैं।
कागजात के आधार पर उनके स्टैंड को सही पाते हुए रिटर्निंग ऑफिसर निधि श्रीवास्तव ने उनका नामांकन मंजूर कर लिया। चुनाव आयोग के फैसले के बाद एनडी गुप्ता ने कहा कि मेरे लिए अजय माकन ने अपशब्द कहे और उनको ऐसा नहीं कहना चाहिए था।
इसके अलावा पत्रकारों ने जब कुमार विश्वास को लेकर संजय सिंह से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी सीधे उनसे बात करेगी। सिंह ने कहा कि उनसे संबंधित कोई भी बात मीडिया के माध्यम से नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि, “हम उनसे (विश्वास) बात करेंगे। यह बातें मीडिया के जरिए नहीं होंगी।”
बता दें कि AAP ने अपने राज्यसभा उम्मीदवारों के तौर पर 3 दिसंबर को संजय सिंह, सुशील गुप्ता और नारायण दास गुप्ता (एनडी गुप्ता) को नामित किया। ‘आप’ के वरिष्ठ नेता संजय सिंह पीएसी के सदस्य हैं और पार्टी गठन के समय से ही उससे जुड़े हुए हैं। जबकि सुशील गुप्ता दिल्ली के एक कारोबारी हैं और एन डी गुप्ता एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं।


















