राजधानी लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश हज समिति के कार्यालय की चहारदीवारी को भगवा रंग में रंगे जाने को लेकर उठे विवाद के बाद उन दीवारों पर फिर से उसी रंग में पुताई कर दी गई है जो पहले था। भगवा रंग पर विवाद से मामला बिगड़ता देख राज्य की योगी सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा। गौरतलब है कि राजधानी में मुख्यमंत्री कार्यालय और कुछ अन्य भवनों के बाद उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के कार्यालय की बाहरी दीवारें भी भगवा रंग में रंग दी गई थीं।
File Photo: PTIइस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर लगातार हमला बोल रहे बॉलीवुड फिल्मों में विलेन की भूमिका में नजर आने वाले दक्षिण भारत के मशहूर अभिनेता प्रकाश राज ने एक बार फिर यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है। बीजेपी पर निशाना साधते हुए अभिनेता ने ट्वीट कर पूछा है कि ‘क्या दीवार का रंग बदलना ही विकास है? उन किसानों का क्या जो सामने आलू फेंक रहे हैं?’
Is changing colour of a wall VIKAS….?? What about the farmers dumping potatoes in your front yard…#justasking pic.twitter.com/v1OOJfYPRd
— Prakash Raj (@prakashraaj) January 7, 2018
प्रकाश राज ने सीएम योगी आदित्यनाथ से सवाल करते हुए लिखा है कि, ‘किसानों ने अपनी पीड़ा आपके आवास के सामने आलू फेंककर जाहिर की है। और आपके कृषि मंत्री कहते हैं, आलू अच्छी क्वालिटी के नहीं हैं, ये विरोध की राजनीति से प्रेरित है। किसानों की पीड़ा को समझने का ये तरीका है। यदि दीवार का बदलता रंग विकास है तो क्या मि. विकास पेंटर हैं?’
बता दें कि शनिवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा और मुख्यमंत्री आवास के बाहर नाराज किसानों ने कम कीमतों के विरोध में आलू फेंककर प्रदर्शन किया। किसानों को इस समय प्रति किलो आलू की कीमत चार रुपए मिल रही है जबकि उनकी मांग है कि कम से कम 10 रुपए प्रति किलो आलू के दाम मिले। बताया जा रहा है कि नाराज किसान रात भर आलू फेंकते रहे।
बदला गया यूपी हज हाउस का भगवा रंग
हज समिति के कार्यालय की चहारदीवारी पर चटख भगवा रंग लगाने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही भाजपा सरकार ने शनिवार को स्वीकार किया कि ठेकेदार ने लापरवाही बरती है। राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरतने पर राज्य हज समिति के सचिव व कार्यपालक अधिकारी आर पी सिंह ने इसका तत्काल संज्ञान लेकर दिये गये निर्देशों के अनुसार कार्य में सुधार कराने के साथ ही सम्बन्धित ठेकदार के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने बताया कि विधानसभा मार्ग स्थित राज्य हज समिति कार्यालय की रंगाई पुताई एवं अनुरक्षण का कार्य हज समिति द्वारा ठेकेदार के माध्यम से पूर्व में दिये गये निर्देशों के अनुसार कराया जा रहा था, जिसमें लापरवाही बरती गई।उन्होंने कहा कि इसके बारे में कतिपय समाचार पत्रों में खबरें भी प्रकाशित हुई थीं। इसी परिप्रेक्ष्य में उन्होंने मौके पर जाकर कार्य का निरीक्षण किया और पाया कि जो रंग चहारदीवारी का करने के निर्देश दिये गये थे उसमें लापरवाही बरती गयी और निर्देशों के विपरीत रंग को कुछ अधिक गाढ़ा कर दिया गया।
राजधानी में मुख्यमंत्री कार्यालय और कुछ अन्य भवनों के बाद उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के कार्यालय की बाहरी दीवारें भगवा रंग में रंग दी गयी थीं। दीवारों पर भगवा पेंट राज्य संपत्तियां विभाग की ओर से दो दिन पहले कराया गया था। इस मामले में अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने पीटीआई-भाषा को बताया था कि मुझे उन लोगों की बात समझा नहीं आती जिन्हें नये रंग से दिक्कत है। क्या भगवा राष्ट्रविरोधी रंग है भगवा उजाले और र्जा का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि जब सूरज की पहली किरण धरती पर पड़ती है तो यह भगवा रोशनी के साथ आती है। रजा ने कहा कि भगवा रंग सकारात्मकता का प्रतीक है। यह भगवान का तोहफा है। मुझे लगता है कि जो हज समिति के कार्यालय की दीवारों पर भगवा रंग लगाने के खिलाफ हैं, वे तिरंगे के केसरिया रंग पर भी आपत्ति कर सकते हैं। कुल मिलाकर सरकारी कार्यालय की बाहरी दीवारों को पेंट किया गया है ना कि उसके भवन या किसी की निजी संपत्ति को।
भगवा रंग का क्यों हो रहा विरोध?
दरअसल, भगवा रंग अधिकांशतया हिन्दुत्व से जोडा जाता है, विशेषकर संघ परिवार से, जिसका भाजपा हिस्सा है। लाल बहादुर शास्त्री भवन एनेक्सी के आगे की दीवारों को भी भगवा रंग से रंगा गया है। यहां मुख्यमंत्री और शीर्ष अधिकारियों के दफ्तर हैं।
मार्च 2017 में पद संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवा रंग को लेकर अपनी रूचि प्रदर्शित की थी, क्योंकि राज्य सरकार ने सरकारी बुकलेट के कवर और जनसंपर्क विभाग एवं मंत्रालयों की ओर से जारी होने वाले सरकारी पोस्टरों को भगवा रंग दिया।
पिछले वर्ष अक्तूबर में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की 50 बसें संकल्प सेवा के नाम से शुरू की गयीं। ग्रामीण इलाकों के लिए शुरू की गयी इस सेवा में उपयोग हो रही बसें भगवा रंग की हैं। उर्जा मंत्रालय ने भी ऐलान किया कि अनधिकृत कालोनियों को दिये जाने वाले बिजली कनेक्शन भगवा रंग से रंगे खंभों के जरिए दिये जाएंगे।
भगवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पसंदीदा रंग है। यहां तक कि बैठकों या सम्मेलनों में वह जिन कुर्सियों पर बैठते हैं, उन पर भगवा रंग का तौलिया होता है। योगी स्वयं भगवा रंग के वस्त्र पहनते हैं और उनके अनुयायी उन्हें महाराज के नाम से पुकारते हैं। दिलचस्प बात है कि योगी के क्षेत्र गोरखपुर स्थित ऐतिहासिक घंटाघर भी भगवा रंग से रंगा हुआ है।