BJP सेे राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का विवादों से हमेशा नाता बना रहता है। इन दिनों जहां एक और वह अपनी ही पार्टी पर निशाना लगाते हुए विवाद खड़ा कर देते है वहीं दूसरी और अपने बयानों और ट्वीट्स की वजह से सुर्खियों का हिस्सा बने रहते हैं। हालिया ट्वीट्स में उन्होंने BJP के मंत्रियों और नेताओं को सलाह देते हुए कहा कि भाजपा के सभी मंत्रियों को कोर्ट पैन्ट नहीं पहनना चाहिए क्योंकि पश्चिमी देशों द्वारा थोपा गया यह ड्रेस गुलामी का प्रतीक है।
उन्होंने लिखा कि वेस्टर्न ड्रेस विदेशों द्वारा थोपी गई है। बीजेपी को यह पार्टी अनुशासन के तौर पर लागू करना चाहिए कि पार्टी के सभी मंत्री भारतीय मौसम के अनुकूल कपड़े पहनें।
Western dress is a foreign imposed slavishness. BJP should make it of party discipline for Ministers to wear Indian climate friendly clothes
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 26, 2017
हालांकि इससे पहले भी स्वामी भारतीय परिधानों की वकालत कर चुके हैं और कई मौकों पर उन्होंने इस बारें में बोला भी है। परंपरागत कपड़े पहनने के पीछे देशी अर्थव्यवस्था को बल देने की मंशा से उन्होंने अपनी बात रखी।
जबकि आपको बता दे कि अटल बिहारी के जन्मदिन पर भी उन्होंने बीजेपी नेताओं को निशाने पर ले लिया था। सोमवार को BJP से राज्य सभा के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर से अपनी ही पार्टी पर निशाना लगाते हुए BJP की अगुवाई वाले NDA गठबंधन के मंत्रियों को कटघरे में लिया था। उन्होंने हिंदू महासभा के संस्थापक मदन मोहन मालवीय की जयंती समारोह में शामिल न होने वाले NDA नेताओं पर हमला बोला था।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा था।, ‘आज संसद के सेंट्रल हॉल में पंडित मदनमोहन मालवीय का जन्मदिन मनाया गया। NDA का कोई भी मंत्री इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं था।’