टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने शुक्रवार (22 दिसंबर) को श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में 35 गेंदों पर शतक जड़ कर इतिहास रच दिया। साथ ही टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे कम गेंदों पर शतक बनाने के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। उनसे पहले दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर ने बांग्लादेश के खिलाफ 35 गेंदों पर शतक बनाया था।
@BCCIरोहित के शतक की बदौलत भारत ने दूसरा टी-20 मैच 88 रन से जीतकर टेस्ट व वनडे के बाद तीन मैचों की टी-20 सीरीज भी अपने नाम कर ली। रोहित ने अपनी पावर हिटिंग और कलात्मकता का शानदार प्रदर्शन करके 43 गेंदों पर 12 चौकों और दस छक्कों की मदद से 118 रन बनाये। रोहित ने केएल राहुल (49 गेंदों पर 89 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 165 रन की रेकॉर्ड साझेदारी की।
राहुल ने अपनी पारी में पांच चौके और आठ छक्के लगाए तथा महेंद्र सिंह धोनी (28) के साथ दूसरे विकेट के लिये 78 रन जोड़े। इससे भारत पांच विकेट पर 260 रन बनाने में सफल रहा जो उसका इस प्रारूप में सर्वोच्च स्कोर है। श्री लंका की टीम इसके जवाब में 17.2 ओवर में 172 रन ही बना पायी।
कुसल परेरा की 37 गेंदों पर चार चौकों और सात छक्कों की मदद से खेली गयी 77 रन की पारी तथा उपुल थरंगा (29 गेंदों पर 47) के साथ उनकी दूसरे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी से श्री लंका का स्कोर एक समय दो विकेट पर 145 रन था लेकिन युजवेंद्र चहल (52 रन देकर चार विकेट) और कुलदीप यादव (52 रन देकर तीन विकेट) ने इसके बाद 19 रन के अंदर सात विकेट निकालकर मैच को एकतरफा बना दिया।
भारत इससे टी20 रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंच गया। भारत ने कटक में खेला गया पहला मैच 93 रन से जीता था। सीरीज का तीसरा और अंतिम मैच 24 दिसंबर को मुंबई में होगा। भारत ने टी20 अंतरराष्ट्रीय में दूसरा संयुक्त सर्वोच्च स्कोर बनाया। इससे पहले उसका सर्वोच्च स्कोर चार विकेट पर 244 रन था जो उसने पिछले साल वेस्ट इंडीज के खिलाफ लाडरहिल में बनाया था।
श्री लंका ने भी तेजतर्रार शुरुआत की और वह पावरप्ले में 61 रन बनाने में सफल रहा लेकिन उसने इस बीच निरोशन डिकवेला (25) का विकेट भी गंवाया जिन्होंने जयदेव उनादकट की धीमी गेंद पर डीप स्क्वायर लेग पर कैच दिया। कटक में पहले मैच में भारत के कलाईयों के स्पिनरों ने श्री लंका को सस्ते में ढेर कर दिया लेकिन आज ये दोनों उनके निशाने पर थे।
डिकवेला के स्थान पर आए कुसल परेरा ने कुलदीप पर लगातार दो छक्के जड़कर पावरप्ले में श्री लंका को बेहतर स्थिति में रखा जबकि चहल का स्वागत भी दो छक्कों से हुआ। इस बार बल्लेबाज थरंगा थे। इनमें से दूसरे छक्के पर श्री लंका ने दस ओवर में स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया।
कुसल परेरा ने चहल के अगले ओवर में चौका जड़कर केवल 26 गेंद पर अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद जब उन्होंने कुलदीप पर चौका और छक्का लगाया तो धोनी और रोहित दोनों अपने इस चाइनामैन गेंदबाज को समझाते हुए नजर आये। उनकी इस सीख का कुलदीप पर सकारात्मक असर पड़ा और उन्होंने एक ओवर में कुसल परेरा सहित तीन विकेट लेकर भारत की जीत सुनिश्चित की।
विकेट पतन की शुरुआत हालांकि चहल ने थी। उनकी गेंद थरंगा के बल्ले के बाहरी किनारे से लगकर हवा में लहरा गयी थी। कुलदीप ने अगले ओवर में कप्तान तिसारा परेरा (शून्य) और कुसल परेरा दोनों को सीमा रेखा के पास में कैच करवाया जबकि असेला गुणरत्ने (शून्य) को धोनी ने स्टंप आउट किया। चहल ने भी अपने अगले ओवर में तीन विकेट लिये जिसके बाद श्री लंकाई पारी समाप्त होने में समय नहीं लगा। एंजेलो मैथ्यूज गेंदबाजी करते समय चोटिल होने के कारण बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे।
इससे पहले रोहित ने अपने पसंदीदा डीप मिडविकेट के अलावा डीप एक्स्ट्रा कवर, लॉन्ग ऑन और थर्ड मैन क्षेत्र में भी जमकर रन बटोरे। उन्होंने सबसे तेज शतक के अलावा एक पारी में सर्वोच्च स्कोर और एक पारी में सर्वाधिक छक्कों के भारतीय रेकॉर्ड को अपने नाम किया। राहुल ने भी उनका बराबर का साथ दिया जिससे भारत की तरफ से कुल 21 छक्के लगे और इस तरह से उसने वेस्ट इंडीज के पिछले रेकॉर्ड की बराबरी की।
होलकर स्टेडियम की बाउंड्री छोटी कर दी गयी थी और ऐसे में जब टास गंवाने के बाद क्रीज पर उतरे रोहित और राहुल दनादन चौके और छक्के जड़कर श्री लंकाई आक्रमण की कलई खोलकर रख दी। इन दोनों ने पहले चार ओवरों में 26 रन बनाए लेकिन अगले दो ओवरों में 33 रन ठोक दिए। इस तरह से पावरप्ले के छह ओवरों में 59 रन बने।
राहुल इस बीच जब छह रन पर थे तब एंजेलो मैथ्यूज की गेंद पर सदीरा समरविक्रम ने उनका कैच छोड़ा। श्री लंका को यह गलती काफी महंगी पड़ी क्योंकि राहुल ने इसके बाद रोहित का न सिर्फ सक्रिय साथ दिया बल्कि बाद में गगनदायी शॉट लगाने के अपने कौशल का खुलकर प्रदर्शन भी किया। रोहित ने अपने करारे शॉट से दर्शकों को खासा रोमांचित किया। उन्होंने असेला गुणरत्ने पर लगातार दो छक्के और फिर दो चौके लगाए। उन्होंने अपने पहले 50 रन 23 गेंदों पर बनाये थे लेकिन अगला पचासा केवल 12 गेंदों पर पूरा किया।