उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिन रजा का निकाह पंजीकरण बुधवार (22 नवंबर) को रद्द हो गया। मोहसिन ने विशेष विवाह अधिनियम के मुताबिक पंजीकरण कराया था, लेकिन निकाहनामे का रजिस्ट्रेशन कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह से निरस्त हो गया है।
FILE PHOTO: Dainik Bhaskarहालांकि इस मामले में मंत्री ने सफाई देते हुए कहा है कि उनका पंजीकरण रद्द नहीं हुआ है। इस संदर्भ में जल्द ही सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर ली जाएंगी। आपको बता दें कि निकाह के 16 साल बाद मंत्री ने रजिस्ट्रेशन कराया था जो 110 दिन बाद रद्द हो गया है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में सभी धर्मो के लोगों के लिए विवाह रजिस्ट्रेशन (पंजीकरण) को अनिवार्य कर दिया था। योगी कैबिनेट ने राज्य में होने वाले विवाहों का पंजीकरण अनिवार्य करने के प्रस्ताव को 1 अगस्त को मंजूरी दे दी थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया था। उस वक्त मुस्लिम संगठनों द्वारा योगी सरकार की इस पहल के विरोध के बीच बीच वक्फ और हज मंत्री मोहसिन रजा ने अपने निकाह का पंजीकरण करवाकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं, लेकिन अब उनका ही पंजीयन आवेदन निरस्त हो गया है।
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न्यूज एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक रजा का निकाह पंजीकरण कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह से रद्द हुआ है। हालांकि इस मामले में मंत्री ने सफाई देते हुए कहा है कि उनका पंजीकरण रद्द नहीं हुआ है। इस संदर्भ में जल्द ही सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर ली जाएगी।
उन्होंने कहा कि कानून के मुताबिक, तीन महीने के भीतर पंजीकरण प्रमाणपत्र ले लेना चाहिए लेकिन मैं व्यस्तता के कारण प्रमाणपत्र लेने नहीं जा सका। इस मामले में आगे जो भी कार्रवाई जरूरी है, उसे पूरा किया जाएगा। गौरतलब है कि रजा ने निकाह के करीब 16 साल बाद तीन अगस्त को निकाह पंजीकरण का आवेदन दिया था।
जिसके बाद अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार के कार्यालय से प्रमाणपत्र के लिए दो बार मंत्री को फोन से जानकारी दी गई लेकिन उनके उपस्थित नहीं होने की वजह से निकाह पंजीकरण रद्द कर दिया गया है। बता दें कि 3 अगस्त को मोहसिन रजा ने लखनऊ कलेक्ट्रेट पहुंच कर अपनी शादी का पंजीकरण कराया था। साथ में उनकी पत्नी फातिमा भी थीं।