गुजरात विधानसभा चुनाव में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) और कांग्रेस के बीच हुए समझौते के बाद राज्य के मुख्यमंत्री नितिन पटेल द्वारा दोनों को ‘मूर्ख’ करार दिए जाने के बयान को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है। हार्दिक पटेल ने ‘मूर्ख’ वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि गुजरात के उपमुख्यमंत्री ने पाटीदार समुदाय को मूर्ख कहा है कि अब गुजरात की जनता बीजेपी को इसका जवाब देगी।
हार्दिक पटेल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए बुधवार (22 नवंबर) को ट्वीट कर लिखा, “गुजरात के Dy.Cm ने पाटीदार समुदाय को मूर्ख कहा, सुन लो भाजपा वालों आप गुजरात की जनता को मूर्ख मत समझो,यह गुजरात की जनता अब आपको जनता राज दिखाएगी”
गुजरात के Dy.Cm ने पाटीदार समुदाय को मूर्ख कहा,सुन लो भाजपा वालों आप गुजरात की जनता को मूर्ख मत समझो,यह गुजरात की जनता अब आपको जनता राज दिखाएगी ।।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) November 22, 2017
वहीं, एक ट्वीट में हार्दिक ने लिखा है कि, “कभी हाथ काट लेंगे कहते हैं, कभी मूर्ख कहते हैं। गुजरात सिर्फ़ भाजपा का नहीं हैं। जनता को जो ठीक लगेगा वही होगा, हम पर जोहुक्मी नहीं चलेगी”
कभी हाथ काट लेंगे कहते हैं,कभी मूर्ख कहते हैं।गुजरात सिर्फ़ भाजपा का नहीं हैं।जनता को जो ठीक लगेगा वही होगा,हम पर जोहुक्मी नहीं चलेगी ।।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) November 22, 2017
बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ देने का ऐलान कर चुके हार्दिक पटेल पर बीजेपी ने बड़ा पलटवार किया है। गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बुधवार को तंज कसते हुए कहा कि, ‘मूर्ख ने दरख्वास्त दी और मूर्ख ने दरख्वास्त मानी और दूसरे को मूर्ख बोलते हैं।’
Moorkh ne darkhwast di aur moorkh ne darkhwast maani, aur doosre ko moorkh bolte hain: Deputy CM Nitin Patel on Hardik Patel/Congress #GujaratElection2017 pic.twitter.com/8EoPuzxifb
— ANI (@ANI) November 22, 2017
गौरतलब है कि पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने अगले महीने गुजरात चुनावों में कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा करते हुए बुधवार को कहा कि विपक्षी दल ने पटेल समुदाय को आरक्षण देने की उनकी मांग स्वीकार कर ली है। पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) नेता ने कहा कि कांग्रेस अपने चुनाव घोषणापत्र में पाटीदारों को आरक्षण का लाभ देने की बात शामिल करेगी।
पटेल ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस पाटीदार समुदाय को आरक्षण देने पर सहमत हो गई है। बता दें कि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी प्रमुख अमित शाह के गृह राज्य में बीजेपी के लंबे शासन को खत्म करने के लिए जोर शोर से अभियान चलाया है। कांग्रेस पिछले कुछ समय से पटेल आंदोलन के नेता को लुभाने में लगी हुई थी।गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को चुनाव होने हैं।