पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी को रविवार (19 नवंबर) को कुछ स्थानीय लोगों द्वारा पंडासोझाानल्लुर गांव में प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। इन लोगों ने किरण पर विभिन्न सरकारी कल्याणकारी कार्यक्रमों को लागू होने से रोकने का आरोप लगाया। हालांकि किरण बेदी ने इस आरोप से इंकार किया।
(Photo by Ajay Aggarwal/Hindustan Times via Getty Images)न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना उस समय हुई जब अपनी कामकाज की शैली से साारूढ कांग्रेस द्वारा कड़ी आलोचना की शिकार किरण अपने नियमित सप्ताहांत दौरे के तहत गांव में स्वयंसेवी संगठनों के सदस्यों से बातचीत कर रही थीं। इसी दौरान समूह ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस समूह में महिलाएं भी शामिल थीं
समूह के सदस्यों ने आरोप लगाया कि किरण ने मुफ्त चावल वितरण रोक दिया और कई अन्य कल्याण योजनाओं का क्रियान्वयन रोक दिया। राजनिवास ने एक विज्ञत्ति में कहा कि गांववालों के एक समूह ने जानबूझाकर एकत्रित होकर हंगामा किया और वह उपराज्यपाल के खिलाफ आरोप लगाते रहे।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर बितर किया और किरण ने अपनी बातचीत जारी रखी और गांववालों से उनकी चिंताएं पूछीं।