यूपी निकाय चुनाव: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की बहू को BJP ने नहीं दिया टिकट, निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरीं

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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सगे भतीजे की पत्नी ने कानपुर देहात जिले के झींझक नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिये भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी की स्थानीय इकाई से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा है। बीजेपी ने इस सीट पर एक अन्य महिला को टिकट दिया है।

फोटो: @narendramodi

 

राष्ट्रपति के भतीजे पंकज की पत्नी दीपा कोविंद ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति कोविंद के बडे भाई प्यारे लाल कानपुर देहात के झींझक में रहते है। पंकज कोविंद उनके तीन पुत्रों में से एक हैं।इस बारे में बीजेपी की कानपुर देहात जिला इकाई के अध्यक्ष राहुलदेव अग्निहोत्री ने न्यूज एजेंसी भाषा से कहा दीपा कोविंद ने झींझक नगर पालिका अध्यक्ष के लिये चुनाव में टिकट मांगा था।

लेकिन पार्टी ने स्थानीय स्तर पर सर्वेक्षण कराया तो उसमें एक अन्य महिला सरोजिनी देवी को जनता ज्यादा पसंद कर रही थी। इसलिये पार्टी ने सरोजिनी को टिकट दिया। उन्होंने कहा हमारी पार्टी में परिवारवाद नही चलता है। उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार से किसी ने आज तक चुनाव लडा है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति कोविंद हमारे जिले की शान हैं, हम उनका सम्मान करते है। उनके राष्ट्रपति बनने से झींझक का गौरव सम्मान बढा है। हम दीपा कोविंद और उनके परिवार वालो को मना रहे है कि वह अपना नामांकन पत्र वापस ले लें। हम उन्हें बीजेपी संगठन में सम्मानजनक पद देंगे।

उधर, पंकज कोविंद ने भाषा से कहा कि उन्होंने दीपा कोविंद के लिये झींझक नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिये बीजेपी से टिकट मांगा था। इसके लिये पार्टी की कानपुर देहात जिला इकाई के अध्यक्ष और क्षेत्रीय विधायक से भी मुलाकात की थी। इस पर अग्निहोत्री ने कहा था कि इलाके से टिकट उसी को मिलेगा जो पढा लिखा होगा और पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता होगा।

उन्होंने कहा कि लेकिन जब टिकट की घोषणा हुई तो हम लोग हैरान हो गये, क्योंकि बीजेपी ने जिस महिला को टिकट दिया है वह पूर्व में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से जुडी थीं और उतनी पढ़ी लिखी नहीं हैं जितनी उनकी पत्नी दीपा कोविंद। उन्होंने कहा कि दीपा ने एमए तक शिक्षा प्राप्त की है और उनका परिवार शुरू से बीजेपी से जुडा रहा है।

पंकज कोविंद ने कहा लेकिन बीजेपी नेताओं ने हमारी एक नहीं सुनी और टिकट देने से इनकार कर दिया। तब हमने क्षेत्र की जनता से विचार विमर्श कर पत्नी दीपा कोविंद को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया। उन्होंने दावा किया कि झाीझांक नगर पालिका से उनकी पत्नी दीपा ही चुनाव जीतेंगी।

बता दें कि यूपी में तीन चरणों में 22 नवंबर, दूसरा 26 नवंबर और 29 नवंबर को निकाय चुनाव होगा। इस चुनाव में नगर निगम, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत के पदाधिकारी चुने जाएंगे। गौरतलब है कि परौख गांव में राष्ट्रपति कोविंद का जन्म हुआ था, लेकिन उनका परिवार झींझक में रहता है। यहां 29 नवंबर को नगर पालिका चुनाव के लिये मत डाले जाएंगे।

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