GST और नोटबंदी को लेकर लोगों में गुस्सा, BJP के लिए चुनौती है गुजरात चुनाव: शत्रुघ्न सिन्हा

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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में पार्टी लाइन से अलग अपने विवादित बयानों के लिए चर्चित सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर गुजरात चुनाव के बहाने पार्टी के कई नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों पर हमला बोला है। सिन्हा ने बुधवार (1 नवंबर) को कहा कि लोगों में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और नोटबंदी को लेकर गुस्सा है और यह बात साफ है कि गुजरात विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए महज चुनाव नहीं बल्कि एक चुनौती है।

PTI Photo by Kamal Siingh

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी की एक किताब पर आयोजित पैनल चर्चा में सिन्हा ने तिवारी के साथ मंच साझाा करते हुए आर्थिक मुद्दों पर अपनी टिप्पणियों का बचाव किया और कहा कि अगर एक वकील वित्तीय मामलों की बात कर सकता है, अगर एक टीवी अभिनेत्री मानव संसाधन विकास मंत्री बन सकती हैं और एक चायवाला………बन सकता है…..तो मैं अर्थव्यवस्था की बात क्यों नहीं कर सकता?

हालांकि बीजेपी सांसद नेता ने इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा साफ तौर पर वित्त मंत्री अरूण जेटली, पूर्व में एचआरडी मंत्री रहीं मौजूदा सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ था।सिन्हा ने यह भी कहा कि वह अपनी पार्टी को चुनौती नहीं दे रहे बल्कि बीजेपी के और राष्ट्रीय हित में उसे आईना दिखा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जीएसटी, नोटबंदी, बेरोजगारी को लेकर लोगों के गुस्से को देखते हुए मैं यह नहीं कहना चाहता कि बीजेपी को कितनी सीटें मिलेंगी लेकिन निश्चित तौर पर ये चुनाव एक विशेष चुनौती होने जा रहे हैं। हालांकि पटना साहिब के सांसद ने कहा कि बीजेपी एकजुट रहकर अपनी सीटें बढ़ा सकती है और उसे चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए।

न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, उन्होंने कहा कि मैं बस इतना कहूंगा कि मामला गंभीर है और ये चुनाव नहीं बल्कि चुनौती हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या वह किसी दूसरे राजनीतिक दल में शामिल हो सकते हैं, सिन्हा ने अपने जाने पहचाने संवाद के साथ जवाब दिया, “खामोश।”

जेटली की आलोचना

सिन्हा ने कहा कि सरकार को देश चलाने में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जैसे विपक्ष के विशेषज्ञ एवं ज्ञानी लोगों एवं दूसरे लोगों से सुझाव मांगने चाहिए। सांसद ने वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा वरिष्ठ बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा पर ‘‘80 साल की उम्र में नौकरी के आवेदक’’ संबंधी तंज कसने को लेकर वित्त मंत्री की भी आलोचना की।

उन्होंने कहा कि, ‘‘वह (जेटली) खुद अपनी नौकरी से हाथ धो सकते हैं लेकिन दूसरों के लिए नौकरी सुझा रहे हैं।’’ सिन्हा ने दावा किया कि एक दिन उन्हें ‘‘एक बहुत बड़े’’ नेता ने फोन किया और पूछा कि वह नोटबंदी एवं जीएसटी पर ‘‘विपक्ष की भाषा’’ क्यों बोल रहे हैं। अभिनेता-नेता ने कहा कि उन्होंने जवाब में कहा कि जो भी उन्होंने कहा कि वह राष्ट्र हित में था।

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