केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अतिरिक्त निदेशक राकेश अस्थाना को इस प्रमुख जांच एजेंसी के विशेष निदेशक (स्पेशल डायरेक्टर) के तौर पर नियुक्त किए जाने के प्रस्ताव को रविवार (22 अक्टूबर) को मंजूरी दी गई। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने सीबीआई, आईबी, बीएसएफ और एनआईसीएफएस में आठ अधिकारियों की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दी।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार आईपीएस अधिकारी गुरबचन सिंह को आईबी में विशेष निदेशक नियुक्त किया गया है और यह नियुक्ति 31 दिसंबर, 2018 अथवा अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी। सिंह फिलहाल खुफिया ब्यूरो में ही अतिरिक्त निदेशक के पद पर कार्य कर रहे हैं।
सीबीआई में अतिरिक्त निदेशक के पद पर आसीन राकेश अस्थाना को इसी एजेंसी का विशेष निदेशक नियुक्त किया गया है। सीआरपीएफ में अतिरिक्त महानिदेश के पद पर तैनात आईपीएस अधिकारी सुदीप लखटकिया को सीआरपीएफ में विशेष महानिदेशक नियुक्त किया गया है। नए पद पर उनकी नियुक्ति 31 जुलाई, 2019 अथवा अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी।
वहीं, उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद को ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनलॉजी एंड फोरेंसिक साइंस’ (एनआईसीएफएस) में विशेष महानिदेशक बनाया गया है। फिलहाल वह इसी संस्था में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं।
इसके अलावा सीआरपीएफ में अतिरिक्त महानिदेशक दीपक कुमार मिश्रा को विशेष महानिदेशक नियुक्त किया गया है। उनकी यह नियुक्ति अगले वर्ष 30 नवंबर अथवा अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी। बीएसएफ में अतिरिक्त महानिदेशक के तौर पर सेवा दे रहे आईपीएस अधिकारी ए पी माहेश्वरी को इसी बल में विशेष महानिदेशक नियुक्त किया गया है। वह 28 फरवरी, 2021 अथवा अगले आदेश तक इस पद पर रहेंगे।
आईबी में अतिरिक्त निदेशक के तौर पर कार्य कर रहे आईपीएस अधिकारी अरविंद कुमार को विशेष निदेशक बनाया गया है। बीएसएफ में अतिरिक्त महानिदेशक के तौर पर सेवा दे रहे आईपीएस अधिकारी राजेश रंजन को विशेष महानिदेशक नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति 30 नवंबर, 2020 अथवा अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी।
प्रशांत भूषण ने राकेश अस्थाना की नियुक्ति पर उठाए सवाल
राकेश अस्थाना की नियुक्ति को लेकर अभी से विरोध होना शुरू हो गया है। नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने राकेश अस्थाना की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि राकेश अस्थाना का नाम स्टर्लिंग बायोटेक की डायरी में है। भूषण ने मोदी सरकार पर सीबीआई की स्वतंत्रता और विश्वसनीयता के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है।
Rakesh Asthana's name figures in diary of Sterling Biotech, on which CBI itself has registered an FIR: Prashant Bhushan pic.twitter.com/U9cwpyYXHC
— ANI (@ANI) October 23, 2017
In my view this is totally illegal and we will certainly challenge it: Prashant Bhushan on appointment of Rakesh Asthana as Spl Dir,CBI pic.twitter.com/ZFGLxbcbJO
— ANI (@ANI) October 23, 2017
उन्होंने कहा कि कि इस पर सीबीआई ने खुद एफआईआर दर्ज की है। इसके बावजूद सरकार ने सीबीआई का स्पेशल डायरेक्टर बनाकर उन्हें इनाम दे डाला है। प्रशांत भूषण ने कहा कि यह दर्शाता है कि केंद्र में सत्तासीन बीजेपी सरकार सीबीआई की स्वायत्तता को नष्ट कर रही है। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरा विचार है यह पूरी तरह गैरकानूनी है और इसे निर्णय को चुनौती दी जाएगी।